पूर्वोत्तर रेलवे की कई ट्रेनों की होगी विनाइल रैपिंग, बढ़ेगी आय

लखनऊ(हि.स.)। पूर्वोत्तर रेलवे की कई ट्रेनों के बोगियों के बाहरी हिस्से में प्रचार-प्रसार के लिए विनाइल रैपिंग की जाएगी। इससे रेलवे की आय बढ़ेगी। फिलहाल रेलवे ने ट्रेनों का चयन कर तीन वर्ष के लीज पर देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन के मुताबिक, राजस्व बढ़ाने के लिए कई ट्रेनों के इंजनों और उसकी बोगियों के बाहरी हिस्से में प्रचार के लिए विनाइल रैपिंग की जाएगी। इसमें लखनऊ जंक्शन-चंडीगढ़ एक्सप्रेस, गोरखपुर-तिरुवनंतपुरम एक्सप्रेस,गोरखपुर-सिकंदराबाद एक्सप्रेस,गोरखपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस,लखनऊ जंक्शन-रायपुर एक्सप्रेस,भोपाल-गरीब रथ एक्सप्रेस, लखनऊ जंक्शन-पाटलिपुत्र एक्सप्रेस, बादशाह नगर-गोरखपुर एक्सप्रेस,लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस,छपरा- फर्रुखाबाद एक्सप्रेस, गोरखपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस, गोरखपुर-मुम्बई एक्सप्रेस, गोरखपुर-मैलानी एक्सप्रेस, गोरखपुर-आनंद विहार एक्सप्रेस, मऊ-आनंद विहार एक्सप्रेस और गोरखधाम एक्सप्रेस सहित कई जोड़ी ट्रेनें शामिल हैं।

पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि एलएचबी बोगियों वाली पुष्पक एक्सप्रेस सहित लम्बी दूरी की करीब 25 जोड़ी ट्रेनों की विनाइल रैपिंग की जाएगी। रेलवे ने सभी ट्रेनों की बोगियों की संख्या की गणना कर उनके विज्ञापन के क्षेत्रफल का आकलन किया है। फिलहाल ट्रेनों की बोगियों की खिड़की, लोगो, बोगी नम्बर और डिस्प्ले बोर्ड पर विनाइल रैपिंग नहीं की जाएगी। विनाइल रैपिंग में ट्रेन के कोच पर सम्बंधित कम्पनी का प्रचार चस्पा होता है। यह कोच के समानांतर डिजाइन में और बाहरी हिस्सा पर लगा होता है। जिन ट्रेनों के कोच विज्ञापन से रंग-बिरंगे नजर आते हैं, उन पर विनाइल रैपिंग हुई होती है।

दीपक

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