पुण्यतिथि पर महान गायक किशोर दा को प्रशंसकों ने दी श्रद्धांजलि, गीत गुनगुनाएं
वाराणसी (हि.स.)। हिन्दी सिनेमा के महान गायक किशोर कुमार की 34वीं पुण्यतिथि पर बुधवार को प्रशंसकों ने शिद्दत से उन्हें याद किया। सामाजिक संस्था डर्बीशायर क्लब के बैनर तले पितरकुंडा तालाब पर जुटे युवाओं ने शकील अहमद जादूगर के नेतृत्व में मछलियों को चारा खिलाकर किशोर दा को श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर युवाओं ने किशोर कुमार के मशहूर गीतों ‘मेरे सपनों की रानी कब आयेगी ‘ ,’तू एक चतुर नार बड़ी होशियार’, ‘मेरे सामने वाली खिड़की में एक चांद का टुकड़ा रहता है’ को गुनगुना उन्हें याद किया। शकील अहमद ने कहा कि किशोर दा का जन्म 4 अगस्त 1929 में खण्डवा मध्य प्रदेश में हुआ था। मदमस्त आवाज के जादूगर किशोर दा के दिल को छू जाने वाले गीतों को सुनकर श्रोता अपने आपको भूल जाते थे। ऐसे गायक शायद सदियों में ही जन्म लेते हैं।
शकील ने कहा कि किशोर दा अपने खाली समय में मछलियों को चारा खिलाते थे, उन्हें मछलियों से बहुत लगाव था। इसलिये हमारा क्लब भी मछलियों को चारा खिलाकर उन्हें याद कर रहा है। किशोर दा एक सफल डायरेक्टर, गीतकार के रूप में जहां काफी लोकप्रिय रहे । वहीं उन्होंने चलती का नाम गाड़ी बढ़ती का नाम दाढ़ी ,दूर गगन की छांव में जैसी फिल्मे की। अपने बेहतरीन अभिनय से लोगों को हंसाया।
शकील ने कहा कि इत्तेफाक ही कहा जायेगा कि जिस तारीख को उनके बड़े भाई अशोक कुमार का जन्मदिन है। दुर्भाग्य है कि उसी तारीख को हमारे चहेते गायक इस फानी दुनिया से विदा हो गये। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में प्रमोद वर्मा, हाजी असलम, हैदर मौलाई, राजू खां, चिंतित बनारसी, आफाक हैदर, बाले शर्मा, मो० वफाती खां ,मो० अशरफ आदि शामिल रहे।