परिवहन निगम में खाली पदों का ब्यौरा तैयार, शासन के निर्देश मिलने पर शुरू होगी भर्ती
लखनऊ (हि.स.)। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) प्रशासन ने शासन के आदेश के बाद खाली पदों का ब्यौरा तैयार कर लिया है। शासन का निर्देश मिलने पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
परिवहन निगम मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि वर्ष 1989 के बाद से अब तक रोडवेज में नियमित सीधी भर्ती नहीं हुई है। उत्तर प्रदेश शासन के आदेश के बाद रोडवेज प्रशासन ने खाली पदों का ब्यौरा तैयार कर लिया है। इसमें क,ख, ग और घ संवर्ग में करीब 21700 पद खाली हैं।
उन्होंने बताया कि 12,000 से अधिक बसों के संचालन के लिए करीब 73000 कर्मचारियों की जरूरत है। इस समय परिवहन निगम में लगभग 18000 नियमित कर्मचारियों और 33000 संविदा कर्मचारियों को मिलाकर लगभग 51000 कर्मचारी कार्य कर रहे हैं। परिवहन निगम में क- वर्ग में प्रधान प्रबंधकों के 22 पद खाली हैं। ख- वर्ग में सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों के 68 पद खाली हैं। ग- वर्ग में लिपिकों के 4610 पद खाली हैं। घ- वर्ग में चालकों और परिचालकों के करीब 17000 पद खाली हैं।
परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक धीरज साहू ने बताया कि उत्तर प्रदेश शासन के आदेश के बाद रिक्त पदों का ब्यौरा तैयार कर लिया गया है। रिक्त पदों पर भर्ती के लिए शासन को प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया है। अब शासन की ओर से दिशा निर्देश मिलने के बाद परिवहन निगम में खाली पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
दरअसल परिवहन निगम में कर्मचारियों की भारी कमी कई वर्षों से है। इससे कार्यरत कर्मचारियों के ऊपर अतिरिक्त भार भी है। परिवहन निगम प्रशासन की तरफ से इसके पहले भी भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी की गई थी,लेकिन कर्मचारियों के ऊपर खर्च होने वाली भारी भरकम धनराशि की वजह से नहीं हो सकी थी। इस समय जब कोविड-19 की वजह से कई महीनों तक रोडवेज बसों का सुचारु संचालन नहीं हो पाया है। अब बसों का संचालन हो रहा है तो पर्याप्त यात्री नहीं मिल रहे हैं। ऐसी स्थित में परिवहन निगम प्रशासन को 21700 कर्मचारियों की नई भर्ती करने के लिए वेतन देने के लिए अतिरिक्त आय भी बढ़ानी होगी। अन्यथा कर्मचारियों को वेतन देने के लाले पड़ जाएंगे।