पत्रकार सिद्दीकी कप्पन की गिरफ्तारी पर केयूडब्ल्यूजे पहुंचा सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली, 06 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप मामले को कवर करने जा रहे केरल के एक पत्रकार सिद्दीकी कप्पन की गिरफ्तारी के खिलाफ केरल यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट (केयूडब्ल्यूजे) ने सुप्रीम कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है। याचिका में कप्पन की गिरफ्तारी को गैरकानूनी और असंवैधानिक बताते हुए तुरंत रिहाई की मांग की गई है।
याचिका में कहा गया है कि कप्पन की गिरफ्तारी सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है। सुप्रीम कोर्ट ने डीके बसु बनाम पश्चिम बंगाल सरकार के मामले में किसी पत्रकार को अपने काम के दौरान गिऱफ्तार करने को गलत बताया था। कप्पन एक मलयाली ऑनलाइन न्यूज पोर्टल में कंट्रीब्यूटर हैं।
हाथरस टोल प्लाजा पर 5 अक्टूबर को यूपी पुलिस ने तीन अन्य पत्रकारों अतीक-उर रहमान, मसूद अहमद और आलम को पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से संबंध होने के आरोप में गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक इन पत्रकारों के पास से मोबाइल फोन, लैपटॉप और कुछ साहित्य बरामद किए गए थे जिनका शांति पर असर पड़ने की आशंका थी।