नाव दुर्घटना के पीड़ितों से पुलिस कमिश्नर ने किया तेलुगू में संवाद

दिया इलाज में हर संभव मदद का भरोसा

वाराणसी (हि.स.)। दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के अहिल्याबाई और शीतलाघाट के सामने उस पार शनिवार की सुबह हुई नाव दुर्घटना के पीड़ितों से पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने फोन से उनकी मातृभाषा तेलुगू में संवाद कर ढ़ांढ़स बढ़ाया। आंध्र प्रदेश के राजामंद्री जिले के निवासी पीड़ितों से बातचीत कर पुलिस कमिश्नर ने हादसे में घायल पति पत्नी के बेहतर इलाज के लिए बीएचयू के चिकित्सकों से बातचीत भी की। उन्होंने पीड़ितों को भरोसा दिया कि जिला प्रशासन घायलों का हर संभव मदद के साथ बेहतर से बेहतर इलाज करायेगा।

शनिवार को गंगा उसपार बड़ा हादसा संयोग ही रहा कि टल गया। शनिवार सुबह आंध्र प्रदेश के 34 यात्रियों को लेकर नाविक केदार घाट से मणिकर्णिकाघाट के लिए चला। अहिल्याबाईघाट के सामने गंगा उस पार रेती पर जाते समय नाव में अचानक पानी भरने से नाव का संतुलन बिगड़ गया और नाव डगमगाने लगी। यह देख यात्रियों में चीख पुकार मच गई। तुरंत आसपास मौजूद नाविक और जल पुलिस मौके पर पहुंची और सभी को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। हादसे में पति-पत्नि पी आदिनारायण और पी विजया की हालत खराब देखकर उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया।

बीएचयू अस्पताल में हालत सामान्य है। उन्हें इमरजेंसी से जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। दशाश्वमेध एसीपी अवधेश पांडेय ने मौके पर पीड़ितों से बातचीत कर घटना की जानकारी ली और अस्पताल में जाकर घायल पति—पत्नी का हालचाल लिया। पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने भी मोबाइल से दोनों से उनके मातृभाषा तेलुगू में बातचीत की। उधर,दशाश्वमेध पुलिस ने नाविक को हिरासत में लिया है। सभी यात्रियों को दूसरे नाव से गंतव्य को भेजा गया। इस संबंध में पुलिस अफसरों ने बताया कि नाव में छेद हो जाने के कारण उसमें पानी भर गया था। यह देख नाव में बैठे लोग घबरा गये। उनमें से दो व्यक्ति घबराकर पानी में कूद गये। जिनको तत्काल मल्लाहों और जल पुलिस के जवानों ने बचा लिया और प्राथमिक इलाज के लिए मंडलीय कबीरचौरा अस्पताल भिजवाया। हादसे में नाव डूबी नही थी। आरोपी नाविक के खिलाफ दशाश्वमेध थाने में सुसंगत धारा में मुकदमा पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की जा रही है।

श्रीधर

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