नहीं मिली शराब तो पिया हैंड सैनिटाइजर, नौ लोगों की मौत
राज्य डेस्क
हैदराबाद। आन्ध्र प्रदेश में शराब न मिलने की वजह से नौ लोगों के हैंड सैनिटाइजर पीने का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। करिचेदु शहर में इसी तरह के और भी मामले सामने आए हैं, जहां लोगों ने शराब न मिलने की वजह से हैंड सैनिटाइजर पी लिया। पुलिस ने इस बात की जानकारी दी है। पुलिस ने बताया कि पिछले दो दिनों में आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में एल्कोहल हैंड सैनिटाइजर पीने से कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई। यह घटना कुरिचेदु शहर में हुई थी। जहां बुधवार देर रात एक व्यक्ति की मौत हो गई, वहीं दो लोगों ने गुरुवार देर रात दारसी सरकारी अस्पताल में दम तोड़ दिया और छह अन्य लोगों ने शुक्रवार सुबह को दम तोड़ा। मरने वालों में तीन लोग भीख मांगने का काम करते थे और बाकी झुग्गीवासी थे। पिछले दो दिनों में 20 लोगों के सैनिटाइज़र पीने का मामला सामने आया है।
मृतकों की पहचान अनुगोंडा श्रीनू (25), भोगेम तिरुपतैया (35), गुंटाका रामी रेड्डी (60), कदम रामानैया (28), राजा रेड्डी (65), रामानैया (65), बाबू (40), चार्ल्स (45) और ऑगस्टीन (45) के रूप में की गई है। प्रकाशम जिले के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ कौशल ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया “शराब न मिलने की वजह से पीड़ितो ने एल्कोहल वाले हैंड सैनिटाइज़र का सेवन किया। कोरोनावायरस के बढ़ते प्रसार को देखते हुए राज्य में लॉकडाउन लगाया दिया गया है। इसकी शुरुआत स्थानीय देवी दुर्गा मंदिर में एक भिखारी से हुई जिसने पेट में गंभीर जलन की शिकायत थी और बुधवार रात अस्पताल ले जाते समय उसने दम तोड़ दिया।
गुरुवार की सुबह पेट दर्द के कारण दो अन्य की भी मौत हो गई। परिवार के लोगों ने स्थानीय लोगों के सहयोग से उन्हें डारसी शहर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन देर रात दोनों ने दम तोड़ दिया। इसी तरह की शिकायत के साथ छह अन्य लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिनकी शुक्रवार सुबह मौत हो गई। सिद्धार्थ कौशल ने बताया कि सभी स्थानीय दुकानों से सैनिटाइज़र जब्त कर लिए गए हैं और टेस्ट के लिए भिजवा दिए गए हैं। पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या पीड़ितों ने सिर्फ सैनेटाइज़र का सेवन किया या इसे नकली शराब के साथ मिलाकर पीया। कुरिचेदु और आसपास के क्षेत्र में कोविड 19 के मामले बढ़ने के कारण वहां पिछले 10 दिनों से लॉकडाउन है और शराब की दुकाने भी बंद हैं। पीड़ितों के परिवार वालों ने पुलिस को बताया कि वे सैनिटाइज़र का सेवन करने के बाद बेहोश होकर गिरने लगे थे। हालांकि अभी ये पता नहीं चल पाया कि पीड़ितों ने सैनिटाइज़र का सेवन कितनी मात्रा में किया था। लंबे समय के बाद 4 मई को राज्य ने शराब की दुकानों को खोला था जिनके बाहर लंबी लाइनें देखी गई थीं। हालांकि राज्य सरकार ने शराब की दुकानों को कम करके उनके दामों में बढ़ोतरी की जिससे शराब पीने वालें लोगों के उत्साह में कुछ कमी आए।