नई शिक्षा नीति अगले 25 वर्षों तक भारत को युवा देश बनाकर रखेगी: निशंक
सुशील बघेल
नई दिल्ली (हि.स.)। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने रविवार को कहा कि नई शिक्षा नीति-2020 देश की वर्तमान शिक्षा प्रणाली को सुदृढ़ करेगी और अगले 25 वर्षों तक भारत को युवा देश बनाकर रखेगी।
निशंक आज ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 और भारत-उच्च शिक्षा हेतु वैश्विक गंतव्य’ नामक दो दिवसीय वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति पूरी दुनिया के लिए है और हमारी जड़ें पूरी दुनिया में मजबूत होंगी जिससे भारत को ज्ञान आधारित महाशक्ति बनाकर देश के सामाजिक-आर्थिक जीवन में नया सूत्रपात करने की हमारी कोशिश कारगर होगी।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में मातृभाषा की ताकत और उसके महत्व को पहचानने की कोशिश की गई है। नई शिक्षा नीति को तैयार करने में 2 लाख लोगों से संवाद स्थापित किया गया है। देश के करीब 99 प्रतिशत लोगों ने इसे स्वीकार कर लिया है और पूरा देश उत्साहित नजर आ रहा है। नई शिक्षा नीति में इंटर्नशिप भी है और अप्रेंटिसशिप भी है। रिपोर्ट कार्ड, प्रगति कार्ड, समग्र डिग्री, एकाधिक प्रवेश और निकास, क्रेडिट बैंक जैसे नए तरीके के जरिए शिक्षा को रुचिकर बनाने की कोशिश की गई है।
निशंक ने कहा कि भारत पूरी दुनिया में नेतृत्व की भूमिकाओं में है लेकिन ‘टाइम्स रैंकिंग’ में भारत का ध्यान नहीं रखा जाता है। ऐसे में नई शिक्षा नीति इन तमाम खामियों को दूर करेगी। निशंक ने आईआईटी खड़गपुर के साथ मिलकर आईआईटी खड़गपुर फाउंडेशन यूएसए, पैन आईआईटी इंडिया और पैन आईआईटी यूएसए द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय वेबिनार के आयोजन पर बधाई दी औऱ कहा कि कोरोना महामारी के बाद जब सभी चीजें सामान्य हो रही है तो ऐसे में भारत की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति हमारी संभावनाओं को और विस्तार देती है।
इस वेबिनार में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे, आईआईटी खड़गपुर के निदेशक प्रो. वीके तिवारी, पूर्व-छात्र फाउंडेशन इंडिया के अध्यक्ष वरदराजन शेषमानी, आईआईटी भुवनेश्वर बोर्ड के सदस्य एवं वेबिनार के अध्यक्ष कमांडर वीके जेटली, आईआईटी खड़गपुर फाउंडेशन, यूएसए, बोर्ड के सदस्य, पैन आईआईटी यूएसए के अध्यक्ष रॉन (रणबीर) गुप्ता एवं अन्य गणमान्य सदस्यों ने भाग लिया। इस आयोजन से करीब 50 हजार लोग जुड़े।