देश की आर्थिक व्यवस्था समृद्धि करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं बुनकर: राकेश सचान
कानपुर (हि.स.)। हथकरघा उद्योग हमारी प्राचीनतम संस्कृति एवं परम्परा से जुड़ा हुआ उद्योग है। इसी कला के दम पर हमारे लगभग एक लाख इक्यानवे हजार हथकरघा बुनकर एवं दस्तकार भाई बहन अपनी रोजी-रोटी कमा रहे हैं। बुनकर अपने हुनर के बल पर देश की आर्थिक व्यवस्था समृद्धि करने एवं रोजगार सृजन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। यह बात बुधवार को बृजेन्द्र स्वरूप पार्क में नेशनल हैंडलूम एक्सपो—2024 गांधी बुनकर मेले का उद्घाटन करने के बाद विभाग के मंत्री राकेश सचान ने कहा।
उन्होंने कहा कि मेले का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर हथकरघा उद्योग में रही आधुनिक एवं नवीनतम प्रगतियों एवं देश के विभिन्न प्रदेशों के विशिष्ट हथकरघा उत्पाद की बिक्री एवं प्रचार-प्रसार के लिए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में काम करने वाले बुनकरों और कारीगरों को एक मंच देने का प्रयास के तहत आयोजित किया जाता है।
मंत्री ने कहा कि इतना नहीं केन्द्र की मोदी एवं राज्य की योगी सरकार बुनकरों को बढ़ावा देने के लिए संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार योजना के तहत प्रोत्साहित कर रही है। इसके साथ ही बुनकरों को विद्युत दर में छूट, हथकरघा क्षेत्र के प्रशिक्षणार्थियों को छात्रवृत्ति की सहायता, बुनकर बहबूदी फण्ड से बुनकरों के पुत्री के विवाह के लिए 30 हजार रुपए प्रति बुनकर सहयोग देने की भी व्यवस्था सरकार ने की है।
मंत्री राकेश सचान ने कहा कि झलकारी बाई हथकरघा एवं पावरलूम विकास योजना के तहत अनुसूचित जाति के हथकरघा एवं पावरलूम बुनकरों को विशेष रूप से लाभान्वित करने के लिए शुरू की गई। इसके तहत इस वित्तीय वर्ष में लगभग 18 करोड़ के बजट का प्रावधान सरकार ने किया है। केन्द्र सरकार इस योजना के तहत बुनकरों को अनुदान भी मुहैया करा रही है।
मुख्यमंत्री हैंडलूम एवं पावरलूम उद्योग विकास योजना के तहत भी बुनकरों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके साथ ही अटल बिहारी बाजपेई पावरलूम बुनकर विद्युत फ्लैट रेट योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत 87 हजार पावरलूम बुनकरों को विद्युत दर में छूट दिये जाने हेतु अटल बिहारी वाजपेयी पावरलूम बुनकर विद्युत फ्लैट रेट योजना के लिए इस वित्तीय वर्ष में 3.5 अरब का वित्तीय प्रावधान किया गया है।
इस मौके पर नेशनल हैंडलूम एक्सपो—2024 गांधी बनुकर मेला प्रभारी एवं प्रवर्तन उपायुक्त पी.सी.ठाकुर ने बताया कि यह मेला 19 फरवरी से शुरू होकर 3 मार्च तक चलेगा। विभिन्न योजनाओं के तहत कई बुनकरों को आज सम्मानित किया गया।
इस मौके पर प्रमुख रूप से हथकरघा विभाग के आयुक्त एवं निदेशक राजेश कुमार, सहायक आयुक्त कानपुर दीपक कुमार, विभाग के वित्त नियंत्रक अशोक कुमार त्रिपाठी, खादी ग्रामोद्योग के अध्यक्ष सुरेश गुप्ता समेत अन्य बुनकर उपस्थित रहे।
राम बहादुर/बृजनंदन