दिवाली पर रोशनी करने को स्वदेशी झालरों से सज गई शहर की इलेक्ट्रनिक्स दुकानें
कानपुर(हि.स.)। दिवाली पर्व के मद्देनजर बाजार खरीददारों के लिए इलेक्ट्रनिक्स दुकाने सज गई हैं। दुकानों के बाहर रोशनी करने वाले विभिन्न सामान टंग गये हैं। नई तकनीकों से सुसज्जित झालरें समेत अन्य विद्युत से संचालित होने सामान दुकानों मे हैं। हालांकि अधिकतर दुकानों में स्वदेशी उत्पाद पर शहर के व्यापारियों ने जोर दिया है।
कानपुर इलेक्ट्रिक एवं इलेक्ट्रिकल कारोबारियों के अध्यक्ष शरद अग्रवाल ने बताया कि इस वर्ष दिवाली पर्व की तैयारी में इस कारोबार से जुड़े सभी कारोबारियों ने स्वदेशी उत्पाद पर अधिक जोर दिया है। मेकिंग इंडिया के सपने को साकार करने के लिए कानपुर समेत अन्य शहरों में अपने देश के कुशल कारीगरों द्वारा तैयार झालर समेत अन्य रोशनी के उत्पादों को तैयार करने पर जोर दिया। जिससे इस कार्य से जुड़े कारोबारियों को दीपावली पर्व का लाभ मिले।
शहर में रोशनी करने वाले अधिकतर इलेक्ट्रिकल सामाने अपने देश के कुशल कारीगरों द्वारा तैयार किया गया है। कारीगरों ने धार्मिक आस्था को ध्यान में रखते हुए ऐसे प्रोडक्ट तैयार किया है। जैसे मां लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति और घूमने वाला दीया थाली, मोर सहित अन्य तरह-तरह के रोशनी देने वाले सामान बाजार में आ चुके है।
रावतपुर मार्केट में स्थित दुकानदार अमित ने बताया कि सुन्दर लगने वाली घंटी नुमा झालरे आई हैं। जिसमें गोल्डन रंग, सिल्वर कलर सहित विभिन्न डिजाइनों के बने है। लगभग 90 फीसदी उत्पाद अपने देश में ही तैयार हुए है। हालांकि चाइना वाली झालरों से थोड़ा महंगी आवश्य है। फिर भी इस बार पहले की अपेक्षा अधिक स्वदेशी झालरे शहर की दुकानों में उपलब्ध हैं।
राम बहादुर/मोहित