तीन करोड़ विद्युत उपभोक्ताओं को सिक्योरिटी पर मिलेगा 180 करोड़ का ब्याज
पावर काॅरपोरेशन ने जारी किया आदेश, अगले माह बिल में लिखकर आयेगी ब्याज की राशि
लखनऊ(हि.स.)। प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं की जमा सिक्योरिटी पर 4.25 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। इसका आदेश पावर काॅरपोरेशन ने जारी कर दिया है। इसका लाभ प्रदेश के तीन करोड़, 30 लाख विद्युत उपभोक्ताओं को होगा। उपभोक्ताओं को अगले बिल में यह मिला ब्याज लिखकर आएगा।
पूरे प्रदेश में सभी विद्युत उपभोक्ताओं का बिजली कंपनियों के पास लगभग 4215 करोड़ की सिक्योरिटी जमा है। इस पर 4.25 प्रतिशत के हिसाब से ब्याज देखा जाय तो लगभग 180 करोड़ रुपये इस वर्ष के होंगे, जिसे बिजली कंपनियां देने जा रही हैं।
प्रत्येक वर्ष प्रदेश के लगभग 3 करोड़, 30 लाख विद्युत उपभोक्ताओं को उनकी जमा सिक्योरिटी राशि पर एक अप्रैल को रिजर्व बैंक द्वारा अधिसूचित बैंक दर पर ब्याज दिए जाने का प्रावधान है। इससे हर हाल में बिजली उपभोक्ताओं को अप्रैल-मई या जून के महीने में उनकी जमा सिक्योरिटी पर ब्याज उनके बिजली बिल में दिया जाना है। इस संबंध में उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार ने सभी बिजली कंपनियों के लिए निर्देश जारी कर दिया है।
उपभोक्ता परिषद ने प्रदेश के अपने सभी विद्युत उपभोक्ताओं से अपील की है कि वह अपने आगामी बिल में अवश्य यह देख लें कि उन्हें उनकी जमा सिक्योरिटी राशि पर ब्याज मिल गया अथवा नहीं। यदि उन्हें ब्याज नहीं मिलता है तो वह अपने क्षेत्रीय अधिशासी अभियंता को अवश्य सूचित कर कानून लाभ ले।
पावर कॉरपोरेशन द्वारा उपभोक्ताओं की जमा सिक्योरिटी पर ब्याज दिए जाने का आदेश जारी किए जाने के बाद उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन एम देवराज व प्रबंध निदेशक पंकज कुमार से मुलाकात कर उनका आभार व्यक्त किया कि कॉरपोरेशन द्वारा समय रहते आदेश जारी किया गया।
उपभोक्ता परिषद ने विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन आर पी सिंह भी आभार व्यक्त किया, जिनके अथक प्रयास से प्रदेश के सभी उन लाखों विद्युत उपभोक्ताओं को भी अब सिक्योरिटी पर ब्याज प्राप्त होगा, जिनकी सिक्योरिटी सिस्टम में फीड नहीं थी। विद्युत नियामक आयोग ने लगातार मानिटरिंग की। उसी का नतीजा है कि अब उत्तर प्रदेश में सभी विद्युत उपभोक्ताओं द्वारा जो जमा सिक्योरिटी है, वह सिस्टम में फीड हो गई है।
उपेन्द्र/राजेश तिवारी