डेरी फार्मिंग प्रशिक्षण से बढ़ेगा स्वरोजगार: डॉ.वेद प्रकाश

कानपुर(हि.स.)। स्ट्रैंथनिंग ऑफ डेरी फार्म फॉर कंजर्वेशन का इंडीजीनस काऊ ब्रीड साहिवाल एंड डेवलपमेंट ऑफ़ एंटरप्रेन्योर्स इन डेरी फार्मिंग परियोजना के तहत स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए डेयरी वेस्ट से जुड़ी सभी नवीन तकनीकी से पशुपालकों एवं युवाओं की आय में वृद्धि होगी और नये रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। यह जानकारी सोमवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के पशुपालन एवं दुग्ध विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ वेद प्रकाश ने दी।

उन्होंने बताया कि इस परियोजना के तहत स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए डेरी वेस्ट से जुड़ी सभी नवीन तकनीकी की जानकारी प्रतिदिन प्रदान की जा रही है। गाय के गोबर से दिया, लकड़ी एवं पॉट बनाने की जानकारी प्रदान करने के साथ-साथ दूध से छेना, पनीर, सुवासित दुग्ध एवं दुग्ध के वेस्ट से कृषि कोला बनाने की तकनीकी भी प्रदान की जा रही है।

यह स्वरोजगार योजना छात्रों, पशुपालकों एवं बेरोजगार नवयुवकों को निशुल्क प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस योजना के द्वारा जो छात्र छात्राएं एवं नवयुवक प्रशिक्षण लेना चाहते हैं वे व्हाट्सएप नंबर 7379 77 9666 पर संपर्क कर, इस संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

सीएसए के मीडिया प्रभारी डॉ.खलील खान ने बताया कि कृषि विज्ञान केन्द्र में संचालित स्ट्रैंथनिंग ऑफ डेयरी फार्म फॉर कंजर्वेशन का इंडीजीनस काऊ ब्रीड साहिवाल एंड डेवलपमेंट ऑफ़ एंटरप्रेन्योर्स इन डेयरी फार्मिंग परियोजना अंतर्गत छात्र छात्राओं का क्षमता निर्माण डेयरी उद्यम और डेयरी आधारित प्रबंधन विषय पर निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहे हैं।

इस प्रशिक्षण को विभाग के सभी प्रोफेसर डॉ वेद प्रकाश, डॉक्टर एमपीएस यादव, डॉ रामजी गुप्ता एवं बृजपाल सिंह द्वारा प्रदान किया जा रहा है।

राम बहादुर/बृजनंदन

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