डीएम-एसपी मण्डल कारागार पहुंचे, मुख्तार अंसारी के तनहाई बैरिक की ली सघन तलाशी

बांदा (हि.स.)। जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने शनिवार को पुलिस अधीक्षक के साथ मण्डल कारागार बांदा का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्तार अंसारी के तनहाई बैरिक की सघन तलाशी ली। जहां किसी तरह की अवैध सामग्री नहीं पाई गई। निरीक्षण के समय डिप्टी कलेक्टर सौरभ यादव सहित पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

सबसे पहले मण्डल कारागार बांदा में बैरक नम्बर-2बी की सघन तलाशी ली गयी, जिसमें किसी भी प्रकार की अवैध सामग्री नहीं पायी गयी। भोजनालय कक्ष का निरीक्षण किया गया, जिसमें साफ-सफाई व्यवस्था ठीक थी। जेलर प्रमोद कुमार त्रिपाठी ने बताया कि पूरे जेल में कितने सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं तो बताया कि 36 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाती है।

जिलाधिकारी ने पूछा कि कितने कैमरे संचालित हैं एवं कितने बन्द तो जेलर ने बताया कि तीन कैमरे खराब हो चुके हैं। जिलाधिकारी ने जब पूछा कि खराब सीसीटीवी कैमरों की कम्पलेन की गयी तो वे सही जानकारी नहीं दे पाये। मौके पर जिलाधिकारी द्वारा निरीक्षण किया गया तो चार कैमरे बन्द पाये गये।

साथ ही जिलाधिकारी ने तनहाई बैरक नम्बर 15 एवं 16 का भी निरीक्षण किया, जिसमें कैदी मुख्तार अंसारी निरूद्ध है। जिलाधिकारी द्वारा वहां की भी सघन तलाशी करायी गयी, जहां पर अवैध सामग्री नहीं प्राप्त हुई।

जेलर द्वारा जानकारी दी गयी कि तनहाई बैरक में 08 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और सभी संचालित हैं। इसके बाद मण्डल कारागार के अस्पताल का भी निरीक्षण किया गया। डा. जीसी.मिश्रा एवं फार्मासिस्ट दिलीप कुमार उपस्थित थे। इसके बाद वी.डी.ओ. कान्फ्रेन्सिंग कक्ष का भी निरीक्षण किया गया। वीसी. रूम में लगे एलईडी टीवी भली भांति चल रहे थे।

जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने जेलर को निर्देशित किया कि बन्द पड़े सीसीटीवी कैमरों को तत्काल बनवाकर अवगत कराया जाए। निरीक्षण में पाया गया कि जेल अधीक्षक सीजीएम कोर्ट उन्नाव आईजी की अनुमति लेकर गये हुए थे, जिनका मुख्यालय छोड़ने का अनुमति पत्र मिला, लेकिन जिलाधिकारी से अनुमति नहीं ली गयी और वहीं से दो दिनों की छुट्टी लगा दी गयी। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर की गई।

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