टिक टॉक और ओरेकल डील एक बार फिर निशाने पर क्यों


लॉस एंजेल्स। चीनी बाइटडांस कम्पनी की टिक टॉक एप एक बार फिर निशाने पर है। सत्ताधारी रिपब्लिकन पार्टी के कुछेक सीनेटरों ने देश की सुरक्षा से जुड़े पहलुओं को लेकर चीन पर वार किए हैं। रिपब्लिकन सीनेटर मार्को रूबियो, थाम तिलिस, जान कॉर्नयीन ने कहा है कि टिक टॉक की पैतृक कम्पनी बाइटडांस एक चीनी कम्पनी है। उसके तार वहां की सत्ता से जुड़े हैं, ऐसे में उस कम्पनी पर कैसे भरोसा किया जा सकता है? 
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में एक सवाल के जवाब में कहा कि वह देश भर में टिक टॉक पर चल रही डिबेट से परिचित हैं। वह गहराई से देख समझ रहे हैं लेकिन आंख मूंदकर हस्ताक्षर नहीं कर सकते। मंगलवार को ट्रम्प ने कहा था कि वह ओरेकल कम्पनी के संस्थापक लैरी एलिसन की इज्जत करते हैं। टिक टॉक अगर चीनी हाथों में खेलती है, तो उसे अमेरिका में काम की इजाज़त नहीं दी जा सकती।
टिक टॉक ने हालांकि शनिवार की रात माइक्रोसॉफ्ट से तौबा कर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की एच्छिक ओरेकल टेक कम्पनी से हाथ मिला लिया था। कलवार सिटी स्थित टिक टॉक ने कैलिफ़ोर्निया की ही ओरेकल से समझौते सम्बन्धी सभी अपेक्षित दस्तावेज  वाशिंगटन ट्रेज़री दफ़्तर में मंत्री स्टीव मयुँचिन को प्रेषित भी कर दिए थे। ट्रेज़री मंत्री ने भी आश्वस्त कर दिया था कि इन दस्तावेज़ों की इस सप्ताह के अंत तक समय पर समीक्षा कर ली जाएगी। इसके बावजूद अमेरिकी सांसदों को चीन की कथनी करनी पर भरोसा नहीं हो रहा है। इन्हें लगता है कि युवा पीढ़ी में अत्यधिक लोकप्रिय इस टिक टॉक एप को अभी तक जो डाटा दिए गए हैं, वह  उस डाटा का अपने चीनी हुकुमरानों से साझा कर देश की सुरक्षा के लिए ख़तरा पैदा कर सकती है। टिक टॉक प्रवक्ता लिखित में यह आश्वासन दे चुके हैं कि वह अमेरिकी डाटा चीनी सरकार से कदापि साझा नहीं कर सकते।
सिलिकन वैली में ओरेकल एक सॉफ्टवेयर कम्पनी है। इसके बारे में दबे स्वरों में कहा जा रहा है कि इसे टिक टॉक के साथ वीडियो एप के संचालन का मौक़ा भले मिल जाए, वह सुरक्षा सम्बन्धी चुनौतियों का सामना नहीं कर सकेगी। टिक टॉक कम्पनी एक अमेरिकी कम्पनी को 20 सितम्बर तक बेचे जाने का प्रस्ताव विदेशों मामलों की विनियोजन कमेटी के विचाराधीन है। इस पर अगर 20 सितम्बर तक कोई फ़ैसला नहीं होता है तो यह समझौता खटाई में पड़ सकता है। टिक टॉक ने ओरेकल के साथ मिल कर साझेदारी में काम करने का प्रस्ताव दिया है और भरोसा दिलाया है कि वह बीस हजार लोगों को रोज़गार देगा।

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