जीवन की ये सफर

संजीव कुमार मुर्मू

जीवन की ये सफर
बड़ी हैं मुश्किलें
कठिन है बड़ी डगर
हालात कितना–भी
हैं विपरीत मुश्किलें
समय पर निकल ही आते
आते हैं रास्ते ………

जब तक है जीवन
हर दिन नई–बातें
नई सीख नई रोज़
सीखने से शुरुआत
जीवन की बुनियाद
बन ही जाती मज़बूत

जीवन की ये सफर
बड़ी हैं मुश्किलें
कठिन है बड़ी डगर
हालात कितना–भी
हैं विपरीत मुश्किलें
समय पर निकल ही आते
आते हैं रास्ते ………

अभिव्यक्ति भाषा कहने की
बोलने का—-लहजा,
चलनी शुरू होती गति
आधार जीवन—-की
गतिविधियां जीवन की

जीवन की ये सफर
बड़ी हैं मुश्किलें
कठिन है बड़ी डगर
हालात कितना–भी
हैं विपरीत मुश्किलें
समय पर निकल ही
आते
आते हैं रास्ते ………

सीखने की सिलसिला
बुनियाद घर परिवार की
शुरुआत पाठशाला से,
दोस्त-मित्रों, हम—उम्र
दुनिया आसपास की
कदम-कदम पर सीखते
हम रहते नई-नई सीख

जीवन की ये सफर
बड़ी हैं मुश्किलें
कठिन है बड़ी डगर
हालात कितना–भी
हैं विपरीत मुश्किलें
समय पर निकल ही आते
आते हैं रास्ते ………

जब तक हैं–जीवन
हर दिन नई-नई बातें
हर दिन नई-नई सीख
हमें दिखाती नई दिशा
बन जाती-दिशा निर्देश

जीवन की ये सफर
बड़ी हैं मुश्किलें
कठिन है बड़ी डगर
हालात कितना–भी
हैं विपरीत मुश्किलें
समय पर निकल ही आते
आते हैं रास्ते ………

अपने आप में हरेक
फनकार—-अनूठा
कलाकार –निराला
खाली पन्ने-उकेरता
रहता हैं अपने-ढंग
रचता संगीत जीवन

जीवन की ये सफर
बड़ी हैं मुश्किलें
कठिन है बड़ी डगर
हालात कितना–भी
हैं विपरीत मुश्किलें
समय पर निकल ही आते
आते हैं रास्ते ………

कृति अपनी हरेक की
अलग एकदम मौलिक
छाप छोड़–जाते
अपने पीछे—अमिट

जीवन की ये सफर
बड़ी हैं मुश्किलें
कठिन है बड़ी डगर
हालात कितना–भी
हैं विपरीत मुश्किलें
समय पर निकल ही आते
आते हैं रास्ते ………

यात्रा जीवन की ये,
ना सीधी-ना सरल
दुख हैं,तकलीफें हैं,
संघर्ष भी हैं और हैं
—–इम्तिहान भी

जीवन की ये सफर
बड़ी हैं मुश्किलें
कठिन है बड़ी डगर
हालात कितना–भी
हैं विपरीत मुश्किलें
समय पर निकल ही आते
आते हैं रास्ते ………

स्थिति-हर परिस्थिति,
माहौल-हालात इसमें
खुद ही रहना सजग,
स्वयं को रखना संतुलित,
वास्तव में हैं कलाकारी
जीवन जीना भी —-
——–है कला अनूठी,

जीवन की ये सफर
बड़ी हैं मुश्किलें
कठिन है बड़ी डगर
हालात कितना–भी
हैं विपरीत मुश्किलें
समय पर निकल ही आते
आते हैं रास्ते ………

विरले ही धनी प्रतिभा वान
कर पाते न्याय अपने आप
प्रतिभा साथ साथ समाधान
जो कर पाते वही
कहलाते “सिकंदर“

जीवन की ये सफर
बड़ी हैं मुश्किलें
कठिन है बड़ी डगर
हालात कितना–भी
हैं विपरीत मुश्किलें
समय पर निकल ही आते
आते हैं रास्ते ………

ना जन्म हमारे हाथ
ना मरण हमारे हाथ
जीवन बनाना सुंदर
सुख की–संभावना
हैं साथ हमारे हाथ

जीवन की ये सफर
बड़ी हैं मुश्किलें
कठिन है बड़ी डगर
हालात कितना–भी
हैं विपरीत मुश्किलें
समय पर निकल ही आते
आते हैं रास्ते ………

यह हमारी दुख कैसा?
हमारी शिकायत कैसी?
क्यों भाग्य को–कोसें?
क्यों दें दूसरे को दोष ?

जीवन की ये सफर
बड़ी हैं मुश्किलें
कठिन है बड़ी डगर
हालात कितना–भी
हैं विपरीत मुश्किलें
समय पर निकल ही आते
आते हैं रास्ते ………

सपने हमारे मजिलें भी
तो होगी कोशिशें हमारी
जब मंजिल पर हैं हमें ही
————पहुंचना
तो यात्रा भी ही हमारी

जीवन की ये सफर
बड़ी हैं मुश्किलें
कठिन है बड़ी डगर
हालात कितना–भी
हैं विपरीत मुश्किलें
समय पर निकल ही आते
आते हैं रास्ते ………

कुदरत की–अनमोल
मिला एक–सु-अवसर
जीवन जीना एक कला
है जीवन एक—मौका
हमारी ही ये नई धुन
जीवन में फूल खिलाना
हमसब की ये जीवन धुन

जीवन की ये सफर
बड़ी हैं मुश्किलें
कठिन है बड़ी डगर
हालात कितना–भी
हैं विपरीत मुश्किलें
समय पर निकल ही आते
आते हैं रास्ते ………

अगर आ घेरे–निराशा
झुंझलाहट चेहरे पर
मन मस्तिष्क पर हावी
तनाव आए ऊबन अवसाद
तलाशे वो जीवन—–तत्व
निराशा की जनक जननी
दूर भगाए ये बीमारि

जीवन की ये सफर
बड़ी हैं मुश्किलें
कठिन है बड़ी डगर
हालात कितना–भी
हैं विपरीत मुश्किलें
समय पर निकल ही आते
आते हैं रास्ते ………

जीने का तरीका बदल
छोटी-छोटी बातों–में
खुलकर हंसना,खेलना
खुलकर मनाना उत्सव,
खुशीया संग उत्साह

जीवन की ये सफर
बड़ी हैं मुश्किलें
कठिन है बड़ी डगर
हालात कितना–भी
हैं विपरीत मुश्किलें
समय पर निकल ही आते
आते हैं रास्ते ………

निराशा ना फटके पास
मकसद अपनी जरूरत
जिम्मेदारी–आप अपने
फिर दूर नहीं वो मंज़िल
रास्ते निकल ही आते हैं।
खोजते– ही समाधान

जीवन की ये सफर
बड़ी हैं मुश्किलें
कठिन है बड़ी डगर
हालात कितना–भी
हैं विपरीत मुश्किलें
समय पर निकल ही आते
आते हैं रास्ते ………

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