जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही अनीता की आठवें दिन मौत
सुलतानपुर (हि.स.)। जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही अनीता आखिरकार आठवें दिन जिंदगी की जंग से हार गयी। शव जब गांव पहुंचा तो कोहराम गया। पुलिस घटना की जांच मे जुटी है।
जयसिंहपुर कोतवाली क्षेत्र के गुड़बड़ गांव मे बीते 17 मार्च रविवार की शाम अज्ञात बदमाशों ने घर में घुसकर अनीता (15)का गला रेत दिया था। ट्रॉमा सेंटर लखनऊ में उसका इलाज चल रहा था, जहां रविवार की शाम उसकी मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम के बाद बीती रात शव गांव आया तो कोहराम मच गया। सीओ ने बताया कि इस मामले में पूर्व में ही केस दर्ज किया जा चुका है। पुलिस विवेचना कर रही है।
गुड़बड़ गांव निवासी अनिता (15) 17 मार्च रविवार को अपने राइस मिल पर मां के साथ काम कर रही थी। पिता अनंतू की मौत पहले ही हो चुकी है। माता सोनिया पालन पोषण के लिए घर से 50 मीटर दूरी एक राइस मिल चलाती है। रविवार शाम करीब साढ़े 5 बजे उसकी मां सोनिया ने बेटी को चाय बनाने के लिए घर भेजा। काफी देर तक जब वह वापस नहीं आई तो उसकी मां घर पहुंची तो देखकर दंग रह गई। संदिग्ध परिस्थितियों में किशोरी खून से लथपथ घर में पड़ी मिली थी। किशोरी का गला कटा था। मां की चीख पुकार सुनकर गांव के लोग इक्कठा हो गए थे। उसे निजी वाहन से उसे राजकीय मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। जहां मौजूद चिकित्सको ने किशोरी की हालत गंभीर देखते हुए उसे ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया था।
अगले दिन सोमवार को मां की तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज किया गया था। वहीं बीती शाम लखनऊ में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वहां से पोस्टमार्टम के बाद देर शाम शव घर आया तो कोहराम मच गया। परिजनों ने शव के अंतिम संस्कार से इनकार किया है।
नहीं दर्ज हुआ है मृतका का बयान
बताया जा रहा है कि लखनऊ में इलाज के दौरान मजिस्ट्रेट ने किशोरी का बयान तक नहीं लिया है। उधर सीओ जयसिंहपुर प्रशांत सिंह ने बताया कि पुलिस केस दर्जकर विवेचना कर रही है। आरोपी जो भी होगा बख्शा नहीं जाएगा।
दयाशंकर/राजेश