जनघोष बन गया अबकी बार 400 पार का नारा : सीएम योगी
– मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाराबंकी लोकसभा क्षेत्र में जनसभा को किया संबोधित
बाराबंकी (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश में अब तक चार चरणों के चुनाव संपन्न हो चुके हैं जबकि तीन चरण बाकी हैं। इसके बावजूद पूरे देश की जनता जनार्दन 4 जून के परिणाम को लेकर पहले से ही आश्वस्त है। वह जानते हैं कि इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ही जीत होगी। यही वजह है कि पूरे देश में एक बार फिर मोदी सरकार और अबकी बार 400 पार का नारा गूंज रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को बाराबंकी के जैदपुर मार्ग पर बाराबंकी लोकसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह उद्घोष अब जनघोष बन गया है। यह पूरे देश में कांग्रेस और इंडी गठबंधन के विभाजनकारी तुष्टीकरण और अराजकता की नीतियों के खिलाफ देश की आम जनमानस की उद्घोषणा का शंखनाद है।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे। सीएम योगी ने बाराबंकी की लोकसभा प्रत्याशी राजरानी रावत और मोहनलालगंज के लोकसभा प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के पक्ष में वोट की अपील की। साथ ही, उन्होंने अवध प्रांत के देवाधिदेव महादेव की धरती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत भी किया।
आम जनमानस ने खुद को ‘एक बार फिर मोदी सरकार’ के विजयश्री से जोड़ा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भारत श्रेष्ठ भारत, आत्मनिर्भर और विकसित भारत की संकल्पना की विजय का अबकी बार 400 पार का नारा एक नया उद्घोष भी है। उन्होंने महादेवा और सिद्धेश्वर महादेव की धरती पर भारत की सांस्कृतिक नवजागरण के पुरोधा, एक भारत श्रेष्ठ भारत के शिल्पी, दुनिया के सबसे लोकप्रिय राजनेता और देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बाराबंकी की जनता की ओर से हृदय से स्वागत किया।
योगी ने कहा कि देश में पिछले 10 वर्षों में हुए विकास कार्यों को देखते हुए देश के आमजन ने एक बार फिर मोदी सरकार के विजय श्री के साथ खुद को जोड़ा है। ऐसे में हमें बाराबंकी और मोहनलालगंज समेत उत्तर प्रदेश की 80 की 80 लोकसभा सीटों पर कमल खिलाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर और विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में अपना योगदान देना है। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, कौशल किशोर, प्रदेश सरकार के मंत्री सतीश चंद्र शर्मा आदि उपस्थित थे।
दिलीप/बृजनंदन