चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के हॉस्टल में छात्र ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
मेरठ (हि.स.)।चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय के हॉस्टल में बीटेक के छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसके बाद छात्रों ने हॉस्टल में जमकर हंगामा किया और विश्वविद्यालय का गेट बंद कर दिया। छात्रों ने कुलपति को मौके पर बुलाने की मांग को लेकर शव को नहीं उठने दिया। पुलिस अधिकारी छात्रों से बातचीत कर रहे हैं।
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय छात्रावास के रूम नंबर 99 में मंगलवार सुबह बनारस के रहने वाले प्रशांत ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। प्रशांत बीटेक तृतीय वर्ष का छात्र था। सुबह प्रशांत के साथ रूम में रहने वाले दो छात्र क्लास के लिए चले गए लेकिन प्रशांत ने क्लास में जाने से मना कर दिया था। इसके बाद जब प्रशांत ने दरवाजा नहीं खोला तो उसे फोन किया गया। फोन नहीं उठने पर चिंतित छात्रों ने कमरे का दरवाजा तोड़ा तो प्रशांत का शव लटका हुआ था।
इसके बाद पुलिस को मामले की सूचना दी गई। सूचना पर मेडिकल थाना पुलिस मोके पर पहुंची। चर्चा है कि प्रशांत की चार विषयों में बैक थी। पुलिस ने शव को नीचे उतारा। मौके से पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। पुलिस ने परिजनों को घटना की सूचना दी है। छात्र के आत्महत्या करने की खबर फैलते ही अन्य छात्र इकट्ठा हो गए और हॉस्टल के मुख्य द्वार पर हंगामा शुरू कर दिया। छात्रों ने कहा कि यह सुसाइड नहीं बल्कि हत्या है। छात्रों का एक गुट मौके पर कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला को बुलाने की मांग पर अड़ गया और शव उठवाने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि कुलपति मौके पर आएं और जवाब दें कि आखिर छात्र ने सुसाइड क्यों किया ? जबकि छात्रों का दूसरा गुट कह रहा था कि पुलिस कानूनी कार्रवाई कर रही है। इसलिए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाए।
छात्रों ने मौके पर पहुंचे डिप्टी रजिस्ट्रार और चीफ वार्डन को घेरकर अपने बीच बैठा लिया। छात्रों ने विश्वविद्यालय के गेट बंद कर दिए और लोगों का आना-जाना बंद कर दिया। छात्रों का आरोप है कि छात्र को कुछ विषयों में कम अंक मिले थे, इसलिए वह तनाव में था। एसपी सिटी पीयूष कुमार भी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। एसपी सिटी के अनुसार, बीटेक छात्र की आत्महत्या की सूचना मिली है। छात्र कुलपति को बुलाने की मांग पर अड़े है। छात्रों से बातचीत की जा रही है।
कुलदीप/दिलीप