चौकी इंचार्ज ने फांसी लगाने जा रहे युवक की जान बचाई

बांदा (हि.स.)। गले में फांसी का फंदा लगाकर जान देने की कोशिश कर रहे युवक को पुलिस चौकी प्रभारी कालवन गंज ने सक्रियता दिखाते हुए सूझबूझ से युवक की जान बचा ली। पुलिस की सक्रियता को देखते हुए मोहल्ले के लोगों ने इस कार्य के लिए चौकी प्रभारी और अन्य पुलिस कर्मियों की प्रशंसा की है। घटना शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला माढियानाका में गुरुवार की रात की है।

10 अगस्त को रात्रि लगभग 09 बजे एक 13 वर्षीय बालक द्वारा चौकी कालवनगंज पर आकर सूचना दी गई कि, उसके पिता घर के अंदर कमरे का दरवाजा बंद करके फांसी लगाने जा रहे हैं। यह सूचना मिलते ही तत्काल प्रभारी चौकी कालवनगंज सुधीर सिंह बिना समय गंवाये बालक को साथ लेकर उसके घर पहुंचे। कमरे के अंदर झांका तो देखा कि बालक का पिता संतोष बाल्मीकि (40) पुत्र बाबूलाल निवासी मढ़िया नाका ने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद करके फंदा बनाकर गले में डाला हुआ है, जो शराब की नशे की हालत में था। प्रभारी चौकी कालवनगंज ने सूझबूझ का परिचय देते हुए व्यक्ति को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन वह फांसी के फंदे से उतरने को तैयार नहीं था।

मौके की संवेदनशीलता को देखते हुए उन्होंने तत्काल एक आरक्षी को छत पर से कमरे के अंदर उतरने के लिए भेजा गया। आरक्षी जितेंद्र यादव किसी तरह उस कमरे में पहुंचा जहां युवक फांसी लगाने की कोशिश कर रहा था। जिसे आरक्षी ने समझाते हुए नीचे उतार लिया। युवक से पूछताछ करने पर मालूम हुआ कि उक्त व्यक्ति का उसकी पत्नी से वाद विवाद हो गया था, जिससे वह दुखी था। चौकी इंचार्ज ने महिला तथा उसके पति को आपस में प्रेम पूर्वक बातचीत कर मसले को हल करने की सलाह दी गई तथा उस व्यक्ति को समझाया गया कि दोबारा आत्महत्या संबंधी विचार मन में न लाएं तथा किसी प्रकार की परेशानी होने पर पुलिस को सूचना दें।

अनिल/मोहित

error: Content is protected !!