गोरखपुर-लखनऊ मार्ग होगा सिक्सलेन
गोरखपुर (हि.स.)। गोरखपुर से लखनऊ तक की 245 किलोमीटर तक की राष्ट्रीय राजमार्ग 28 को सिक्सलेन बनाने की कवायद तेज हो गयी है। इसका खुलासा राज्य सभा में भाजपा के मुख्य सचेतक और पूर्व केंद्रीय मंत्री शिवप्रताप शुक्ल की चिट्ठी के जवाब में भेजी गई सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की चिट्ठी से हुआ है।
सड़क के सिक्सलेन में तब्दील होने से भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या और गुरु गोरक्षनाथ की धरती के दर्शन की राह भी आसान होगी। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने राज्यसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक और पूर्व केंद्रीय मंत्री शिवप्रताप शुक्ल की चिट्ठी के जवाब में चिट्ठी भेजकर बताया है कि फोरलेन को सिक्सलेन में बदलने के लिए कवायद शुरू हो गई है।
चिट्ठी में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया है कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 28 लखनऊ से गोरखपुर को चार से छह लेन बनाने के लिए कार्यदायी संस्था को काम सौंप दिया गया है। 16 जून 2020 को ही उसे यह जिम्मेदारी दे दी गई थी। पहली सितम्बर से संस्था ने डीपीआर बनाने का काम शुरू किया है। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने भरोसा दिलाया है कि डीपीआर मिलते ही इस सिलसिले में काम शुरू कर दिया जाएगा।
गोरखपुर से राजधानी तक का आसान होगा सफर
राष्ट्रीय राजमार्ग-28 के छह लेन बनने से भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का सफर अत्यधिक सुरक्षित और आसान हो जाएगा।
बता दें कि गोरखपुर से अयोध्या-लखनऊ फोरलेन का निर्माण करीब एक दशक पहले पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल विहारी बाजपेयी के कार्यकाल में शुरू की गई थी। इसका निर्माण स्वर्णिम चतुर्भुज योजना के तहत कराया गया था। फोरलेन के बनने से इस क्षेत्र के विकास को गति मिली है।