गोरखपुर: जिले में आए प्रवासी कराएं कोविड जांच, प्रोटोकाल का करें पालन: डीएम


-जिले में पंचायत चुनावों और होली के कारण करीब तीन लाख प्रवासी आए हुए हैं
गोरखपुर। कोविड की स्थिति और टीकाकरण के संबंध में जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन की अध्यक्षता में ड्रिस्ट्रिक्ट टॉस्क फोर्स (डीटीएफ) की बैठक कलक्ट्रेट सभागार में हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने इस बात पर जोर दिया कि जिले में आए सभी प्रवासियों की कोविड जांच करवाई जाए और लोगों के बीच कोविड नियमों का पालन सख्ती से करवाया जाए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि जिले में पंचायत चुनावों और होली के कारण करीब तीन लाख प्रवासी आए हुए हैं जिनके प्रति खास सतर्कता का दिशा-निर्देश मिला है। उन्होंने बताया कि पहली अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक के उम्र के सभी लोगों को कोविड का टीका लगना है जिसका सुनिश्चित पालन करवाया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि बैठक में जिलाधिकारी से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुसार कांट्रैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाई जाएगी। निगरानी समितियों की मदद से कोविड टेस्टिंग और सर्विलांस को बढ़ाया जाएगा। टीकाकरण कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा निजी अस्पतालों को जोड़ने का प्रयास होगा। फिलहाल 37 निजी अस्पताल कोविड टीकाकरण से जुड़े हुए हैं। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नीरज कुमार पांडेय की देखरेख में सोमवार, गुरुवार और शुक्रवार को फोकस्ड कोविड टीकाकरण अभियान चलेगा और इस दिन अतिरिक्त पीएचसी, सीएचसी, पीएचसी और जिला स्तरीय अस्पतालों पर टीकाकरण होगा। इन दिवसों पर प्रतिदिन 16000 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य है। बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी, जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसी श्रीवास्तव, जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. एके चौधरी, एसीएमओ डॉ. गणेश यादव, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी के एन बरनवाल, विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉ. संदीप पाटिल, यूनीसेफ की प्रतिनिधि नीलम यादव, यूएनडीपी प्रतिनिधि पवन, पीसीपीएनडीटी कोआर्डिनेटर मृत्युंजय पांडेय समेत दर्जनों विभागों के लोग मौजूद रहे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया भ्रूण हत्या को रोकने के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए और लोगों के बीच पीसीपीएनडीटी एक्ट के संबंध में व्यापक स्तर पर जागरूकता फैलाई जाए।

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