गोगोई ने पूछा- लगातार हो रही वार्ता में भारतीय सरजमीं को छुड़ाने की बात क्यों नहीं शामिल?
नई दिल्ली। लद्दाख में भारतीय सरजमीं पर चीनी घुसपैठ के मुद्दे पर प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस लगातार केंद्र की मोदी सरकार को घेरने में लगी है। इस क्रम में कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने भी कहा है कि सरकार सीमा विवाद के मुद्दे पर लगातार बात कर रही है लेकिन उसमें कहीं भी चीन द्वारा कब्जाई गई भूमि को छोड़ने या छुड़ाए जाने के संबंध में कोई बात नहीं है। उन्होंने पूछा कि क्या सरकार अब भारतीय जमीन को वापस लेने की इच्छुक नहीं है।
असम की कलियाबोर सीट से कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा है कि कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी लगातार मांग कर रहे हैं कि भारत सरकार को चीनी सैनिकों द्वारा अवैध रूप से कब्जा की गई भूमि को पुनः प्राप्त करना चाहिए। लेकिन हाल ही में दोनों देशों के बीच हुई विदेश मंत्री स्तर की वार्ता में यह विषय गायब रहा। जवानों को कम करने और शान्ति बनाए रखने आदि के मुद्दे ही प्रमुख रहे। ऐसे में भारत-चीन के संयुक्त बयान पिछले बयानों की पुनरावृत्ति ही लगते हैं। जबकि कांग्रेस और राहुल गांधी की यथास्थिति की मांग अब भी गायब है।
गौरव गोगोई ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर सरकार स्पष्ट तौर पर अपनी बात नहीं कहेगी तो बात कैसे बनेगी। वहीं उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री मोदी सार्वजनिक रूप से चीनी स्थिति का समर्थन करते हैं, तो ऐसे ही साझा बयान की उम्मीद की जानी चाहिए। भाजपा सरकार भारत-चीन वार्ता का ध्यान केंद्रित करना चाहती है। सरकार को देश के कब्जाए क्षेत्र को पुनः प्राप्त करने के बजाय वार्ता में ज्यादा रुचि है। वह सैन्य निर्माण को कम करना चाहता है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर इससे क्या फायदा होगा और किसे होगा ?
वहीं, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा कर लिया। भारत सरकार इसे वापस हासिल करने की क्या योजना बना रही है? या फिर इसे भी एक ‘दैवीय घटना’ बताकर छोड़ा जा रहा है।