गोंडा में एक किसान को मिलेगी सिर्फ दो बोरी यूरिया – कृषि उपनिदेशक
महेन्द्र तिवारी
– यूरिया खाद के लिए किसानों में मारामारी, लग रही लंबी लाइन
गोंडा(एजेंसी) विगत एक पखवाड़े से यूरिया खाद की किल्लत से जूझ रहे किसानों की दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। साधन सहकारी समितियों पर खाद पहुंचते ही लगभग समितियों पर किसानों की लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं। कुछ ही समय के वितरण के बाद समितियों पर खाद समाप्त होने से अधिकांश किसानों को मायूस होकर लौटना पड़ रहा है।
जनपद की 144 साधन सहकारी समितियां व करीब 900 फुटकर खाद की दुकानों के माध्यम से किसानों को खाद उपलब्ध होती थी। गत करीब एक पखवाड़े से अचानक यूरिया खाद दुकानों पर नदारद होने के कारण किसानों को भीषण खाद की किल्लत से जूझना पड़ रहा है। वहीं प्राइवेट सेक्टर के तमाम दुकानदार मौके का फायदा उठाकर किसानों को औने पौने रेट में यूरिया बेच रहे हैं । हालांकि प्रशासन की लगातार छापेमारी से इस पर काफी हद तक अंकुश भी लगा है।
गत तीन दिनों से विभिन्न कंपनियों के खाद का रेक लगने के बाद विभिन्न साधन सहकारी समितियां व प्राइवेट सेक्टर के दुकानों पर खाद्य पहुंच रही हैं । लेकिन जहां खाद पहुंच रही है वहां पर किसानों की भीड़ एकाएक पहुंच जाती है, जिससे प्रशासन को पुलिस लगाकर यूरिया का वितरण करना पड़ रहा है।
इस संबंध में उपनिदेशक कृषि मुकुल तिवारी ने बताया कि जनपद में इस समय खाद की कोई किल्लत नहीं, प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। जिला अधिकारी द्वारा खाद की मौजूदा स्थिति को देखते हुए 420 एमटी खाद रिलीज कर दी गई थी।
बीते शुक्रवार को कृभको का एक रैक आया था, जिसमें 850 एमटी खाद और रविवार को इंडो गल्फ का रैक आने से 800 एमटी खाद जनपद में उपलब्ध हो गई है। कुल मिलाकर वर्तमान समय में 40 से 50 हजार खाद के बैग उपलब्ध है। समितियों पर लाइन लगने के बाबत उन्होंने कहा कि प्रत्येक किसान को दो बोरी ही खाद देने के निर्देश दिए गए हैं इस कारण लाइन लगी है।