गाजीपुर से बृजेश सिंह, जौनपुर से धनंजय के लोकसभा चुनाव लड़ने के संकेत
लखनऊ(हि.स.)। उत्तर प्रदेश में चुनावों में बाहुबली की छवि रखने वाले नेताओं व माफियाओं के चुनाव लड़ने का सिलसिला पुराना है। आगामी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले गाजीपुर लोकसभा सीट से बृजेश सिंह और जौनपुर लोकसभा सीट से धनंजय सिंह के चुनाव लड़ने के संकेत मिल रहे हैं। इसी तरह घोसी लोकसभा सीट से मुख्तार अंसारी के समर्थक रहे अतुल राय के फिर से चुनाव लड़ने की अटकलें भी लग रही है।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने एनडीए गठबंधन में शामिल होने के बाद गाजीपुर लोकसभा सीट पर दावा किया था। गाजीपुर लोकसभा सीट से ओमप्रकाश राजभर अपने पुत्र को चुनाव लड़ाना चाहते है। फिलहाल राजनीति के बड़े खिलाड़ी ओमप्रकाश ने एक बयान में गाजीपुर लोकसभा सीट से बृजेश सिंह का नाम लेकर सभी को चौका दिया है।
ओमप्रकाश राजभर ने अपने बयान में कहा है कि बृजेश सिंह को वह अपने पार्टी से टिकट देकर गाजीपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाना चाहते हैं। गाजीपुर लोकसभा सीट को भाजपा के शीर्ष नेतृत्व नेताओं ने उन्हें दिया तो उनकी यह तमन्ना आगे पूरी भी हो जायेगी।
बृजेश सिंह के लोकसभा चुनाव मैदान में उतरने की सूचना से पूर्वांचल की राजनीति गरम हो गयी है। गाजीपुर के आसपास की लोकसभा सीटों पर इसका असर दिखेगा। गाजीपुर से जुडे मऊ जनपद की घोसी लोकसभा सीट पर भी इसका असर होगा। घोसी लोकसभा सीट से बसपा के टिकट पर अतुल राय सांसद है, जो मुख्तार अंसारी के खेमे से जुड़ा हुआ बड़ा नाम रहे है। सांसद अतुल राय वहीं हैं, जिनके ऊपर दुष्कर्म पीड़िता और उसके साथी को आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज है और इस वक्त अतुल राय जेल में बंद है।
घोसी सीट पर भाजपा व एनडीए गठबंधन भूमिहार जाति से उम्मीदवार उतारना चाहती है, जिससे गाजीपुर और घोसी दोनों ही लोकसभा सीटों पर गठबंधन को फायदा हो। इसमें दिवंगत कृष्णानन्द राय के परिवार के सदस्य को भी गाजीपुर या घोसी से चुनाव लड़ाने पर चर्चा है। इसके अलावा भाजपा अपने पुराने भूमिहार नेताओं पर भी दांव खेलने पर विचार कर रही है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में जौनपुर जिले में चुनाव हो और धनंजय सिंह का नाम सामने ना आये, ऐसा कभी हुआ नहीं है। धनंजय सिंह आजकल जनता दल युनाइटेड (जदयु) के महासचिव है और आईएनडीआईए गठबंधन की मुख्य राजनीतिक दल जदयु से जौनपुर लोकसभा सीट पर अपनी दावेदारी कर रहे हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में जनाधार बढ़ाने के लिए लम्बे अरसे से प्रयास कर रही जदयु के लिए भी यह एक सुनहरा मौका है।
धनंजय सिंह के समर्थकों की मानें तो जौनपुर में सपा और भाजपा पार्टियों के उम्मीदवारों को कड़ा मुकाबला देने वाला कोई चेहरा है तो वह धनंजय सिंह है। वहीं धनंजय सिंह के विरोधी कहते है कि ताल ठोकने के बाद भी वह कई चुनाव हारे हैं। फिलहाल लोकसभा चुनाव 2024 के लिए धनंजय सिंह के समर्थक सोशल मीडिया पर प्रचार शुरु कर चुके है। धनंजय सिंह ने जौनपुर में बड़ा बयान देते हुए कहा है कि जनता दल युनाइटेड के टिकट पर वह चुनाव मैदान में होंगे और निश्चित ही जनता के आशीर्वाद से चुनाव लड़कर विजयी होगें। इस बार कोई ताकत उन्हें रोक नहीं सकती है।
एमपी एमएलए कोर्ट से दो वर्ष की अवधि से ज्यादा की सजा मिलने के बाद कुछ दबंग छवि के नेता व माफिया जैसे विजय मिश्रा, अफजाल अंसारी, मुख्तार अंसारी न ही चुनाव टिकट मांग सकेंगे और ना चुनाव लड़ सकेंगे। लोकसभा चुनाव से पहले कुछ और भी चेहरे इसमें शामिल हो सकते हैं। जिनके मुकदमों में एमपी एमएलए कोर्ट से फैसले होने हैं।
शरद/बृजनंदन