खेल : टी20 लीग मुकाबलों से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर खतरा मंडराया
लीग और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के बीच संतुलन बनाने की जरुरत दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर फॉफ डुप्लेसिस ने कहा है कि टी20 लीग मुकाबलों की बढ़ती संख्या से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए क्रिकेट बोर्ड को लीग और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के बीच एक अच्छा संतुलन बनाना होगा।
डुप्लेसिस ने पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) से पहले कहा, टी20 लीग अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए खतरा हैं क्योंकि यह तेजी से बढ़ रही हैं। जहां शुरुआत में दुनिया भर में सिर्फ 2 लीग थी जबकि अब यह आंकड़ा बढ़कर साल में 4, 5, 6, 7 लीग बन गई है।
डु प्लेसिस ने कहा कि अगर खेल के संरक्षक के लिए अभी सुधारात्मक कदम नहीं उठाते हैं तो भविष्य में फुटबॉल की तरह ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट भी घरेलू लीगों के आगे कमजोर पड़ जाएगा। यह एक बड़ी चुनौती है। हो सकता है कि 10 साल के समय में क्रिकेट भी फुटबॉल की तरह हो जाएगा जहां आपके पास अपने विश्व कार्यक्रम होते हैं और बीच में दुनिया भर में ये लीग होती हैं जहां खिलाड़ी खेल सकते हैं।
इस अनुभवी बल्लेबाज ने इसको लेकर वेस्टइंडीज के क्रिकेटरों क्रिस गेल, ड्वेन ब्रावो का उदाहरण दिया और कहा कि भविष्य में कई और खिलाड़ी भी आगे जाकर फ्रीलांस क्रिकेटर बन सकते हैं और इसका सबसे बड़ा नुकसान उनकी संबंधित राष्ट्रीय टीमों को होगा। उन्होंने कहा, वेस्टइंडीज शायद पहली टीम है जिसने ऐसा करना शुरू किया है। उनके सभी खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय टीम से टी20 घरेलू सर्किट में चले गए। इसलिए वेस्टइंडीज टीम ने अपने कई प्रमुख खिलाड़ियों को खो दिया। अब सही यह दक्षिण अफ्रीका के साथ भी शुरु हो रहा है।