खेल : क्रिकेट में फिर उठा नस्लभेद का मामला
पुराने ट्वीट्स के कारण गेंदबाज रॉबिन्सन निलंबित
इंग्लैंड के युवा गेंदबाज ओली रॉबिन्सन अपने आठ साल पुराने नस्लवादी और सेक्सिस्ट ट्वीट्स के कारण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से निलंबित कर दिये गये हैं। रॉबिन्सन को साल 2012 और 2013 में किए अपने इन ट्वीट्स के कारण पदार्पण मैच के बाद ही बाहर होना पड़ा है। न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में अपने इन ट्वीट्स को लेकर रॉबिन्सन ने माफी भी मांगी थी। इसके बाद भी इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने उन्हें रियायत न देते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से निलंबित कर दिया है। यह गेंदबाज अब तब तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल पायेगा जब तक की जांच पूरी न हो जाये।
रॉबिन्सन को एजबेस्टन में गुरुवार से शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट से पहले ही बाहर कर दिया गया था। 27 वर्षीय खिलाड़ी रविवार को इंग्लैंड कैंप से रवाना होकर ससेक्स लौटेंगे। इससे पहले गत बुधवार को रॉबिन्सन ने अपने पुराने ट्वीट्स के लिए माफी मांगते हुए कहा था, ‘मेरे करियर के अब तक के सबसे बड़े दिन पर मैं 8 साल पहले पोस्ट किए गए नस्लवादी और सेक्सिस्ट ट्वीट्स से शर्मिंदा हूं, जो आज सार्वजनिक हो गए हैं। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं नस्लवादी नहीं हूं और मैं सेक्सिस्ट नहीं हूं।
उन्होंने कहा था कि मुझे अपने कार्यों पर गहरा खेद है और मुझे इस तरह की टिप्पणी करने के लिए शर्म आती है। मैं किसी भी व्यक्ति से बिना शर्त माफी मांगना चाहता हूं, मेरे साथियों और पूरे खेल में भेदभाव का मुकाबला करने और जागरूकता का दिन रहा है। वहीं इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने कहा था कि ओली ने एक कठिन सबक सीखा है हालांकि उसने जो किया है वह अस्वीकार्य है पर उसे उसे बात का पछतावा है। इस तेज गेंदबाज ने न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट में अच्छी गेंदबाजी की और कुल 7 विकेट लिए थे। जिसमें पहली पारी में चार जबकि दूसरी पारी में तीन विकेट थे। (4/75) और (3/26) अपने नाम किए थे। इसके अलावा बल्लेबाजी करते हुए 42 रन भी बनाए थे। रॉबिन्सन ने यह भी कहा था कि इस मैच में अपने प्रदर्शन के लिए मेरी चर्चा होनी थी पर यह निराशाजनक है कि विवादास्पद ट्वीट्स के कारण मुझे याद किया जा रहा है।
विरोध में उतरे रुट
इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने आठ साल पुराने विवादित ट्वीट के कारण गेंदबाज रॉबिन्सन को निलंबित किये जाने के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि इस फैसले को स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने मैच के बाद कहा कि रॉबिन्सन ने गेंदबाजी के साथ ही बल्ले से भी अपना योगदान दिया। उसने अपनी प्रतिभा दिखाई है और उसे टेस्ट मैच खेलने को मिला। वह टेस्ट क्रिकेट में सफलता हासिल कर सकता है लेकिन जो मैदान के बाहर हो रहा है वह स्वीकारीय नहीं है हमारे खेल के लिए।
रूट ने कहा कि हम सभी जानते हैं। उसने ड्रेसिंग रूम इस बारे में सभी खिलाड़ियों को बताया। उसने जितने भी साथी खिलाड़ी हैं उन्हें और मीडिया वालों को भी इस बारे में बताया। उसे अपनी गलती का अहसास हो गया है और उसने इसका पश्चाताप भी कर लिया है। आप देख सकते हैं कि वह टीम में कैसा है और वह अपनी असल पहचान बता रहा है।
रूट ने आगे कहा कि व्यक्तिगत तौर पर मैं उन ट्वीटस को विश्वास नहीं करता। मुझे नहीं पता लोग इसे कैसे देख रहें हैं। लेकिन मुझे लगता है कि सबसे महत्वपूर्ण चीज यह है कि ओली हमारे ड्रेसिंग रूम का हिस्सा है और हम उसे अपना समर्थन देंगे।
वहीं इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ लॉर्ड्स के मैदान पर डेब्यू करने वाले रॉबिन्सन को डेब्यू मैच के बाद इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने निलंबत कर दिया था। उन पर साल 2012 में रंगभेद और नस्लवाद को बढ़ावा देने वाले ट्वीट करने के आरोप हैं। मैच के दौरान ही रॉबिन्सन के कुछ विवादित ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे जो उन्होंने सालों पहले किए थे। रॉबिन्सन ने इसके लिए मैच के दौरान ही माफी भी मांगी पर माफी के बाद भी उन्हें ईसीबी ने निलंबित कर दिया।
अन्य क्रिकेटर के नस्लीय ट्वीट की जांच कर रहा ईसीबी
तेज गेंदबाज ऑली ओली रॉबिन्सन के निलंबन के बाद अब एक और क्रिकेटर नस्लीय ट्वीट को लेकर इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के निशाने पर है। इस क्रिकेटर पर भी किशोरावस्था में नस्लवादी ट्वीट के आरोप हैं और ईसीबी इस मामले की भी जांच कर रहा है।
इस क्रिकेटर की पहचान का खुलासा नहीं किया गया है क्योंकि ट्वीट के समय वह 16 साल का नहीं हुआ था। एक वेबसाइट ने खिलाड़ी की पहचान उजागर किये बिना उन ट्वीट के स्क्रीनशॉट पोस्ट किये हैं जिनमें नस्ली टिप्पणी की गयी है। जिसके बाद से ही ईसीबी अब इस मामले की भी जांच कर रहा है। ईसीबी के प्रवक्ता ने कहा, ”हमारे जानकारी मिली है कि इंग्लैंड के एक और खिलाड़ी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट की थी। हम इस मामले की जांच कर रहे हैं और सही समय पर टिप्पणी करेंगे।” इस पत्तिजनक पोस्ट का खुलासा रॉबिन्सन को निलंबित किये जाने के कुछ घंटों बाद ही किया गया।