क्राइम ब्रांच ने सरकारी नौकरी दिलाने का नाम पर करोड़ों की ठगी वाले अंतरराज्यीय ठग को दबोचा

– 34 लोगों से कर चुका है ठगी, बैंक स्टेटमेंट से पौने दो करोड़ का ट्रांजैक्शन मिला

– खुद को सचिवालय का अधिकारी बताता था अभियुक्त, यूपी, दिल्ली, एमपी के लोगों को भी ठग चुका है

– पहले फेसबुक पर दोस्ती फिर देता था नौकरी का झांसा, फ्रेंड लिस्ट में पांच हजार से अधिक फ्रेंड

कानपुर (हि.स.)। नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले युवक को क्राइम ब्रांच ने दबोच लिया। पकड़ा गया अभियुक्त खुद को सचिवालय का कर्मचारी बता कर लोगों को अपने झांसे में लेता था। अब तक वह 34 लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर दो करोड़ से अधिक की ठगी कर चुका है।

क्राइम ब्रांच अभियुक्त से ठगी का शिकार बनाए गए अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है। कल्याणपुर थाना क्षेत्र से पकड़े गए अभियुक्त की पहचान शिव पूजन मूलनिवासी सुल्तानपुर के रूप में हुई। वर्तमान में लखनऊ में रह रहा था। गुरुवार को वह अपने कानपुर अपने रिश्तेदार के यहां आया था, तभी दबोच लिया गया।

फेसबुक पर खोजता था शिकार

शिव पूजन के अपराध करने का तरीका भी निराला है। उसने फेसबुक पर शिवाजीराव और अनुराग ठाकुर दो नाम से अकाउंट बना रखे हैं। इन अकाउंट से वह फेसबुक फ्रेंड बनाता है। उसकी फेसबुक फ्रेंड लिस्ट में 5000 से अधिक लोगों के नाम शामिल हैं। फेसबुक पर दोस्ती होने के बाद जब लोगों से उसकी बात आगे बढ़ती तो वह उन्हें सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देता और उसके एवज में पद के अनुरूप 05 से 10 लाख रुपया अपने खाते में जमा करवा लेता।

यूपी के बाहर भी बनाया शिकार

इस तरह से वह अब तक 34 लोगों से ठगी कर चुका है। जिसमें 17 लोग उसके गृह जनपद सुल्तानपुर के ही हैं। गोंडा और प्रयागराज जनपद से दो लोग इटावा से एक और कानपुर से एक व्यक्ति को वह ठगी का शिकार बना चुका है। इसके अलावा राजस्थान, जयपुर, मध्य प्रदेश, भोपाल, दिल्ली के भी लोगों को ठगी का शिकार बना चुका है।

पहले भी जा चुका है जेल

शिव पूजन इसके पहले वर्ष 2018 में जेल जा चुका है। तब इसने जौनपुर के रहने वाले दो युवकों को नौकरी का झांसा देकर ठगा था। इस पर पीड़ित पक्ष ने शिव पूजन के खिलाफ जनपद जौनपुर में मुकदमा कराया था। जिसमें इसे जेल भेजा गया था वहां से छूटने के बाद फिर से ठगी का धंधा करने लगा।

ऐसे खुला मामला

नवाबगंज थाना क्षेत्र में रहने वाले वरुण बाजपेई को इसने वर्ष 2019 में सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा दिया। इस ठगी के काम में एक महिला की भूमिका भी सामने आ रही है। शिवपूजन ने वरुण से जून 2019 से दिसम्बर 2019 तक कई किस्तों में करके पांच लाख रूपये ले लिए। यह पांच लाख उसने खाते में ऑनलाइन लिए इसके अलावा 05 लाख रुपये कैश लिये। लेकिन जब वरुण की नौकरी कहीं न लगी और उसे अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ। तब उसने बीते माह नवाबगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया। मामला ठगी का होने के चलते क्राइम ब्रांच के पास आया। जांच करते हुए क्राइम ब्रांच ने शिवपूजन पर शिकंजा कसा और उसे पकड़ लिया।

दो करोड़ से अधिक की ठगी

शिव पूजन के बैंक खातों की डिटेल से करीब दो करोड़ रुपये का ट्रांजैक्शन होने के सबूत क्राइम ब्रांच को मिले हैं। लेकिन उसके खाते में बैलेंस जीरो है। उसने सारा पैसा अपनी अय्याशी में उड़ा दिया है। क्राइम ब्रांच को ठगी का शिकार हुए 35 लोगों का रिकॉर्ड मिल चुका है बाकी अन्य की खोजबीन जारी है।

डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि पकड़े गए शिव पूजन की ठगी का शिकार हुए लोगों की अलग-अलग जनपदों व राज्यों से पहचान की जा रही है। अभी कई और ठगी का शिकार लोगों के सामने आने की उम्मीद है। लोगों से अपील है कि किसी के भी झांसे में न आएं और ऐसे लोगों के बारे में पुलिस को सूचना दें।

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