कोरोना को मात देने वाले मरीज स्वैच्छिक रूप से प्लाज़्मा दान करने के लिए आगे आये
– जिलाधिकारी की पहल पर 12 कोविड विजेताओं ने दी सहमति, दो ने कराई प्रारम्भिक जांच, वाराणसी में भी अब प्लाज़्मा थेरेपी
वाराणसी(एजेंसी)। वाराणसी में कोरोना संक्रमण के गहराते संकट के बीच सोमवार की शाम बहुत अच्छी खबर आई है। कोरोना के गम्भीर मरीजों की जान बचाने के लिए पूर्व में संक्रमित कोरोना को मात देने वाले विजेता स्वैच्छा से जीवनदायी प्लाज़्मा देने के लिए आगे आये है।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा की पहल पर सोमवार को दो कोविड विजेताओं ने प्लाज़्मा दान करने के लिए बीएचयू के रक्त बैंक में अपनी प्रारम्भिक जांच कराई। वहीं, 12 अन्य विजेताओं ने दान के लिए अपनी सहमति भी दे दी। जो शीघ्र ही अपनी प्रारम्भिक जांच कराएंगे।
जीवनदायी प्लाज़्मा थेरेपी प्रारम्भ करने के लिए जिलाधिकारी की पहल अब साकार हुई है। जिलाधिकारी ने कोविड पॉज़िटिव गंभीर मरीजों के इलाज के लिए प्लाज़्मा थेरेपी को प्राथमिकता दी थी। इसके लिए जिलाधिकारी पिछले कई दिनों से कोविड विजेताओं से बात भी कर चुके है। अब बीएचयू के रक्त बैंक तथा इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी के सहयोग से जिले में प्लाज़्मा थेरेपी प्रारम्भ होने जा रही है।
जिलाधिकारी ने एक बार फिर कोविड विजेताओं से अपील किया है कि कोरोना से जारी इस जंग में वह आगे आयें और गंभीर मरीजों के इलाज के लिए स्वैच्छापूर्वक प्लाज़्मा दान कर कोरोना मरीजों का जीवन बचाये। इसके लिए इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी के सचिव डॉ संजय राय के मोबाइल नंबर 9415225999 पर संपर्क किया जा सकता है।
इस सम्बंध में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ वीबी सिंह ने बताया कि जनपद में कोरोना पॉज़िटिव गंभीर मरीजों के इलाज के लिए प्लाज़्मा थेरेपी की अत्यंत आवश्यकता थी। प्लाज़्मा थेरेपी गंभीर मरीजों की जान बचाने में सहायक सिद्ध होगी।
उन्होंने कहा कि इच्छुक कोविड विजेता इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी की वाराणसी की शाखा अथवा बीएचयू के ब्लडबैंक में अपना नाम रजिस्टर्ड कराते हुये प्लाज़्मा डोनेट कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि भविष्य में प्लाज़्मा डोनेशन की इस प्रक्रिया में काफी संख्या में तथा विभिन्न ब्लड ग्रुप के व्यक्तियों के प्लाज़्मा की आवश्यकता होगी।
उन्होंने बताया कि कोविड के गंभीर रोगियों के इलाज में यह प्रयास काफी महत्वपूर्ण एवं सफल होगा, क्योंकि देश के कई स्थानों पर गंभीर कोविड मरीजों को प्लाज़्मा थेरेपी प्रदान कर उनका सफलतापूर्वक इलाज किया गया है और उनकी जान बचाई गयी है।