कुशीनगर: सेटेलाइट के सहारे लैंड करेगा स्पाइस जेट का विमान
– कुशीनगर एयरपोर्ट पर आईएलएस के लिए अभी करना होगा इंतजार
कुशीनगर(हि. स.)। कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अभी जहाजों की लैंडिंग सेटेलाइट के सहारे ही होगी। जिन विमानों में (रिक्वायर्ड नेविगेशनल परफार्मेंस सिस्टम) आरएनपी लगा होगा, अभी वही विमान ही लैंडिंग कर पायेंगे। विमानों को 1500 मीटर दृश्यता की दरकार होगी। 26 नवम्बर को स्पाइस जेट की पहली कमर्शियल उड़ान भी आरएनपी के सहारे ही लैंड करेगी। पुख्ता उड़ान प्रबन्धन आईएलएस (इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम) के लिए अभी छह माह और इंतजार करना होगा।
प्रबन्धन ने इसके लिए नागर विमानन महानिदेशालय में एयरपोर्ट को वीएफआर कैटेगरी से आईएफआर कैटेगरी में करने के लिए आवेदन कर दिया है।
एयरपोर्ट महाप्रबन्धक संजय नारायण का कहना है कि 26 नवम्बर को दिल्ली से कुशीनगर आने वाली स्पाइस जेट की फ्लाइट आरएनपी से लैस है। इसलिए लैंडिंग में कोई दिक्कत नहीं। 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री का विमान व श्रीलंका का बोइंग विमान आरएनपी सिस्टम से ही लैंड किया। किन्तु प्रबन्धन इसके लिए 1500 मीटर दॄश्यता की बाध्यता होगी।
दूसरी तरफ सभी तरह के विमानों की सुरक्षित लैंडिंग की पुख्ता व स्थाई व्यवस्था के लिए आईएलएस (इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम ) के लगने में अभी छह माह इंतजार करना होगा। महाप्रबन्धक ने बताया कि इसके लिए कार्रवाई प्रचलित है।
अब गोरखपुर उतरेंगे कलराज
आरएनपी नहीं होने के कारण 19 नवम्बर को राज्यपाल कलराज मिश्र को लेकर आने वाला राजस्थान का राजकीय विमान कुशीनगर एयरपोर्ट पर लैंड नहीं कर सकेगा। राज्यपाल का विमान अब उसी दिन 10.30 बजे सुबह गोरखपुर लैंड करेगा। राज्यपाल कसया में पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री पंडित राजमंगल पांडेय की प्रतिमा का अनावरण करेंगे और बतौर मुख्य अतिथि पावनगर महाबीर इंटर कालेज फाजिलनगर के हीरक जयंती समारोह में भाग लेंगे। पूर्व सांसद व कालेज के प्रबन्धक राजेश पांडेय ने इसकी पुष्टि की है। एयरपोर्ट निदेशक ए के द्विवेदी ने बताया कि राज्यपाल के विमान को गोरखपुर डायवर्ट किया गया है।