कुशीनगर थीम पार्क में नौ मुद्राओं में विराजेंगे बुद्ध

– मुख्य प्रतिमा 40 फीट एवं शेष आठ-आठ फीट की होंगी

कुशीनगर (हि.स.)। कुशीनगर आने वाले देशी विदेशी पर्यटक थीम पार्क में बुद्ध का नौ विशिष्ट मुद्राओं में दर्शन कर सकेंगे और मुद्राओं का महत्व समझ सकेंगे। स्थापित होने वाली कुल नौ प्रतिमाओं में मुख्य प्रतिमा ध्यान मुद्रा में 40 फीट ऊंची होगी जबकि शेष प्रतिमाएं आठ-आठ फीट ऊंची होंगी। थीम पार्क के निर्माण पर राज्य सरकार 17.30 करोड़ रुपए खर्च कर रही है।

बौद्ध जगत में बुद्ध की मुद्राओं का विशेष महत्व है। धर्म चक्र मुद्रा, भूस्पर्श मुद्रा, वरदा मुद्रा, उत्तर बोधि मुद्रा, ध्यान मुद्रा, अंजलि मुद्रा, अभय मुद्रा, करण मुद्रा, वज्र मुद्रा में स्थापित होने वाली प्रतिमाएं विशेष मेटल से बनी हुई होंगी। प्रतिमाओं में धूप बारिश समेत प्रतिकूल मौसम का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। पार्क में टाकिंग ट्री बोलने वाला वृक्ष विशेष आकर्षण होगा। ट्री में गौतम बुद्ध के जीवन वृत्त को उकेरा जायेगा। रंग, प्रकाश और साउंड के संयोजन से पर्यटक बुद्ध के जीवन वृत्त को देख सुन सकेंगे।

राज्य सरकार इस पार्क में म्यूरेल प्लेटफार्म (भित्तिचित्र कला युक्त) सोविनियर शाप, कैफेटेरिया, प्रसाधन, प्रेयर व्हील्स,स्टेज आन ओपन एयर थियेटर आदि का निर्माण की योजना है।

फिलहाल कार्य रुका है

राजकीय बौद्ध संग्रहालय के परिसर में उप्र राजकीय निर्माण निगम की ईकाई को परियोजना को जमीन पर उतारने का दायित्व सौंपा गया है। वर्तमान समय में भूमि संबंधी दिक्कतों के कारण कार्य रुका हुआ है।

मुद्राओं का विशिष्ट अर्थ

बौद्ध भिक्षु अशोक ने बताया कि बुद्ध प्रतिमा की स्थिति और मुद्रा का विशिष्ट अर्थ है। यह प्रतिमाएं हमें सीखने, अध्ययन करने–कराने ,प्रबुद्ध करने, बेहतर समझ बनाने में मदद करती हैं। मुद्राओं का अभ्यास ध्यान विपश्यना के दौरान एकाग्रता प्रदान में भी मदद करती हैं।

पर्यटन विकास में उपयोगी

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अंकिता जैन ने बताया कि थीम पार्क भूमि संबंधित दिक्कतों के कारण थीम पार्क का निर्माण जिला प्रशासन ने कुछ समय के लिए रोक रखा है। जल्द ही समस्या का समाधान कर निर्माण शुरू कराया जायेगा। पर्यटन विकास में थीम पार्क बहुत ही उपयोगी होगा।

गोपाल/मोहित

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