काहिवि के छात्रों ने ट्रामा सेंट प्रभारी के खिलाफ नारेबाजी कर सिंहद्वार पर दिया धरना
-पुलिस अफसरों ने समझा-बुझा कर मनाया,मरीज के परिजन को जीएसटी बिल न देने पर हंगामा
वाराणसी (हि.स.)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (काहिवि) के लंका स्थित सिंहद्वार पर गुरुवार को छात्रों का एक गुट अचानक धरने पर बैठ गया। आक्रोशित छात्रों ने ट्रामा सेंटर प्रभारी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मुख्य द्वार को भी कुछ देर के लिए बंद कर दिया। सूचना पाते ही मौके पर प्रॉक्टोरियल बोर्ड के अफसर और लंका पुलिस भी पहुंच गईं। पुलिस अफसरों ने गेट खोलवाने के बाद छात्रों को समझा बुझाकर शांत कराया।
विश्वविद्यालय का ही एक छात्र अपने साथियों के साथ अपने बीमार परिजन को लेकर ट्रॉमा सेंटर के ओपीडी में दिखाने गया था। इसी दौरान वहां एक मरीज का तीमारदार इलाज के खर्च का जीएसटी सहित बिल मांग रहा था। आरोप है कि वहां ड्यूटी पर तैनात कर्मी तीमारदार को बिल देने के बजाय हीला-हवाली कर रहे थे। यह देख छात्रों ने कर्मियों से जीएसटी बिल देने को कहा तो वे तीखी बहस करने लगे। शोर सुन कर वहां डॉक्टरों और मरीजों के तीमारदारों के साथ छात्र भी जुटने लगे। नाराज छात्र ट्रामा सेंटर के प्रभारी प्रो. सौरभ सिंह को मौके पर बुलाने की मांग कर हंगामा करने लगे। यह देख ट्रामा सेंटर में मौजूद स्टॉफ और सुरक्षा कर्मियों ने सभी गेट को बंद कर दिया। लगभग 20 मिनट तक गेट बंद रहने से मरीज और उनके परिजन भी परेशान हो गए। इसके बाद छात्रों ने एकजुट होकर सभी गेट खुलवा दिए।
ट्रामा सेंटर से निकलकर छात्र लामबंद होकर विश्वविद्यालय के सिंहद्वार पर पहुंचे और ट्रॉमा सेंटर के प्रभारी प्रो. सौरभ सिंह के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गये। धरना प्रदर्शन की सूचना पर लंका थाना प्रभारी अश्वनी पांडेय वहां पहुंचे। उन्होंने छात्रों के समझा बुझाकर धरना समाप्त करवाया।
श्रीधर/राजेश तिवारी