कायस्थ महासभा ने भगवान चित्रगुप्ता महाराज की पूजा की

वाराणसी(हि.स.)। अखिल भारतीय कायस्थ विचार मंच व अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को भगवान श्री चित्रगुप्त महाराज की पूजा उल्लासपूर्ण माहौल में विधि विधान से की गई। लहुराबीर स्थित आजाद पार्क में गीता श्रीवास्तव के नेतृत्व में सदस्यों ने पूरे विधि-विधान पूर्वक कलम और दवात की पूजा की।

कायस्थों ने कलम-दवात की पूजा करते हुए अपने-अपने कलम से पन्नों पर विस्तारपूर्वक लेखनी चलाई। कागज के पन्नों पर श्री चित्रगुप्ताय नमः, श्री कुबेराय नमः, श्री काली देव्ये नम, श्री लक्ष्मी देव्ये नमः, श्री सरस्वती दैव्ये नम एवं श्री छत्तीस दैव्ये नमः का मंत्र लिखा। तत्पश्चात् बच्चों को कलम, दवात, पेन, कापी, पेंसिल, रबर, इंची आदि शैक्षिक सामग्री वितरित किया। बताया गया भगवान चित्रगुप्त कार्तिक शुक्ल पक्ष द्वितीया को प्रजापिता ब्रह्मा की 11 हजार वर्षों की अखंड तपस्या के फलस्वरूप लेखनी और दवात लेकर उनकी काया से उत्पन्न हुए थे। इसी दिन उनके वंशज कायस्थ समुदाय के लोग उनकी जयंती मनाते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता महासभा के प्रदेश अध्यक्ष (राजनैतिक प्रकोष्ठ) उदय कुमार श्रीवास्तव ने की। कार्यक्रम का संचालन विकास श्रीवास्तव, समापन विशाल श्रीवास्तव ने किया।

श्रीधर/दिलीप

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