– एटीएस के अलावा एसआईटी की तीन टीमें हिंसा की कर रहीं जांच
कानपुर (हि.स.)। कानपुर हिंसा की जांच के लिए एटीएस के अलावा एसटीएफ की तीन टीमें कार्यरत हैं। इसी बीच गुरुवार को एक और टीम बनाई गई जो निर्दोषों की मददगार बनेगी। चार सदस्यीय यह टीम उन अर्जियों पर विचार करेगी जिसमें दावा किया जाएगा कि अमुख व्यक्ति घटना में शामिल नहीं था।
पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने गुरुवार को यह बताया कि कानपुर हिंसा को लेकर चार टीमें जांच कर रही हैं। किसी भी निर्दोष व्यक्ति पर कार्रवाई न हो और उसे जेल से बचाया जा सके इसको ध्यान में रखते हुए पांचवीं टीम का गठन कर दिया गया है।
इस टीम की अगुवाई संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी करेंगे। उनके साथ डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार, डीसीपी पश्चिमी बीबीजीटीएस मूर्ति और सहायक पुलिस आयुक्त अनवरगंज मो. अकमल खान निर्दोषों की जांच करेंगे। बताया कि यह टीम उन अर्जियों पर विचार करेगी जिसमें आरोपियों के परिजनों द्वारा कहा जाएगा कि हमारा आदमी घटना में शामिल नहीं था। इसके लिए परिजनों को सबूत के साथ पेश होना पड़ेगा और टीम संतुष्ट हो गई तो उस व्यक्ति के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जाएगी।
कोई भी निर्दोष नहीं जाएगा जेल
पुलिस आयुक्त ने बताया कि चार टीमें लगातार हिंसा के आरोपियों की जांच कर रही हैं। पुलिस पूरी तरह से न्याय संगत कार्य कर रही है। इसके बावजूद कुछ लोग शिकायत कर रहे हैं कि निर्दोषों पर कार्रवाई हो रही है। इसको देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों की पांचवीं टीम बनाई गई है। इससे शिकायत करने वालों को पूरा मौका मिलेगा कि जिनको वह निर्दोष बता रहे हैं उनके साक्ष्य टीम को सुपुर्द करें। कहा कि घटना में शामिल उपद्रवियों पर ही कार्रवाई होगी और कोई भी निर्दोष जेल नहीं जाएगा।
अजय/दीपक
