कानपुर-हावड़ा डाउन ट्रैक शनिवार को शुरू, कंचौसी स्टेशन पर डेढ़ घंटे खड़ी रही लिच्छवी एक्सप्रेस
– कंचौसी रेलवे स्टेशन से धीमी गति से गुजारी गई तेजस, शताब्दी व राजधानी एक्सप्रेस
औरैया (हि.स.)। टूंडला से कानपुर आ रही गुड्स मालगाड़ी ट्रेन झींझक व अम्बियापुर के बीच में 24 डिब्बे धमाके के साथ शुक्रवार सुबह तड़के चार बजे पलट गए थे। इससे दिल्ली हावड़ा रूट पूरी तरह से ठप हो गया था। शुक्रवार की रात्रि तक भी डाउन ट्रैक शुरू नहीं हो सका था। जबकि अप ट्रैक से मलबे को हटाकर 09 बजे गाड़ियों के संचालन के लिए बहाल कर दिया गया था। अप ट्रैक शुरू होने से कानपुर से दिल्ली की ओर ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया था।
अप ट्रैक रात्रि में दस बजे मेमो पैसेंजर के खाली कोचों को प्लेटफार्म नम्बर दो पर खड़ा कर दिया गया।जिसको शनिवार सुबह आठ बजे के बाद फफूंद की ओर रवाना किया गया। वही, शनिवार सुबह पांच बजे दिल्ली से सीतामणी जा रही (लिच्छवी एक्सप्रेस) कंचौसी रेलवे स्टेशन पर 06 बजकर 40 मिनट तक डाउन ट्रैक पर सिग्नल ना मिलने से डाउन मेन लाइन पर डेढ़ घंटे तक खड़ी रही है। उसके पीछे आ रही तेजस, स्वर्ण शताब्दी व राजधानी एक्सप्रेस को धीमी गति से कंचौसी रेलवे स्टेशन से गुजारा गया। शनिवार सुबह नौ बजे के बाद डाउन ट्रैक पूरी तरह से सुचारू रूप से शुरू हो पाया।
मेमो ट्रेनें निरस्त
फफूंद-कानपुर मेमो व टूंडला कानपुर मेमो को शुक्रवार की तरह शनिवार को भी निरस्त कर दिया। मेमो निरस्त होने से यात्री कानपुर, पनकी, रूरा आदि जगहों पर निजी वाहनों से जाने के मजबूर हुए।
जिम्मेदार का कहना
इस संबंध में स्टेशन अधीक्षक विशम्भर दयाल पांडेय ने बताया कि दिल्ली से कानपुर की ओर जा रही लिच्छवी एक्सप्रेस को डाउन ट्रैक पर सिग्नल ना मिलने से स्टेशन पर ही रोका गया था। डाउन ट्रैक पर धीमी गति पर एक्सप्रेस ट्रेनों को निकाला जा रहा है। डाउन ट्रैक पर एक्सप्रेस ट्रेनों के ज्यादा होने से फफूंद कानपुर व टूंडला-कानपुर मेमो को कंट्रोल रूम की तरफ से निरस्त कर दिया गया।