कानपुर में छह संकुल संघ कार्यालयों में से तीन का अब तक नहीं हो सका निर्माण

कानपुर (हि.स.)। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 2020 में चार ब्लॉकों में छह कार्यालयों के लिए प्रति कार्यालय 3.5 लाख रुपये से कुल 21 लाख रुपये जारी किए गए थे। लेकिन तीन कार्यालयों का अब तक निर्माण नहीं पाया और शासन से आया पूरा धन खर्च कर दिया गया। इस संबंध में मंगलवार को राष्ट्रीय ग्रामीण स्वरोजगार मिशन की उपायुक्त सुधा देवी शुक्ला कहना है कि यदि ऐसा हुआ तो जांच कराने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने बताया कि संकुल संघ कार्यालय के लिए पहले आई धनराशि की जानकारी नहीं है। इसकी विकास खंड से जांच कराएंगी। यदि धनराशि निकाली गई होगी, संबंधित ब्लॉक मिशन मैनेजर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना है कि तीन साल पहले आयी धनराशि से कार्यालय न बनाकर अन्य किसी मद में खर्च किया गया है तो, जिम्मेदारों के खिलाफ जांच कराने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

कानपुर में महिला समूह के विकास और उनके सहयोग के लिए शासन ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत 2020 में चार ब्लॉकों में छह कार्यालयों के लिए प्रति कार्यालय 3.5 लाख रुपये से 21 लाख रुपये जारी भी कर दिए गए थे। सभी कार्यालयों को एक वर्ष में तैयार करना था। लेकिन तीन वर्ष बाद भी मात्र तीन कार्यालयों का निमार्ण कराया गया। लेकिन शेष तीन कार्यालय अब तक नहीं बन सके। इस संबंध में 2018 केंद्र सरकार के निर्देश के बाद राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन निदेशालय ने जिले में छह कार्यालयों को नामित किया था।

जिसमें से विकासखंड घाटमपुर में कुष्मांडा प्रेरणा संकुल संघ और विकास प्रेरणा संकुल संघ, इसी तरह विकासखण्ड बिधनू में मशाल प्रेरणा संकुल संघ और सरसौल प्रधान प्रेरणा संकुल संघ, विकासखंड पतारा में भी उन्नति व एकता संकुल संघ के नाम से दो कार्यालय शामिल थे।

सूत्रों की मानें तो शासन ने वर्ष 2020 में पांच संघ कार्यालयों के बनाने के लिए 17.50 लाख रुपये 2020 में ही जारी कर दिए, जबकि एक कार्यालय के लिए 3.5 लाख रुपये 2022 में जारी किए गए।

मुख्य विकास अधिकारी सुधीर कुमार का कहना है कि तीन वर्ष पूर्व आयी धनराशि से कार्यालय न बनाकर अन्य किसी मद में खर्च कर दी गई, यह मामला काफी गंभीर है। इसमें जो जिम्मेदार अधिकारी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

राम बहादुर/मोहित

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