कानपुर महापौर के लिए भाजपा और सपा खेल सकती है ओबीसी कार्ड
-बसपा में भी ओबीसी उम्मीदवार उतारने की हो रही चर्चा
कानपुर (हि.स.)। नगर निकाय चुनाव का ऐलान होने के बाद महापौर उम्मीदवार को लेकर सभी राजनीतिक दलों में गहमागहमी बनी हुई हैं। खासकर सत्ताधारी पार्टी भाजपा और सपा खेमें में संभावित उम्मीदवारों को लेकर जबर्दस्त मंथन चल रहा है। भाजपा में तो संभावित उम्मीदवारों की लंबी सूची है, लेकिन पार्टी इस बार अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार पर भी मंथन कर रही है। यही हाल सपा का भी है और अति पिछड़ी जाति से आने वाली कई महिलाओं ने आवेदन किया है।
कानपुर नगर निगम में पिछले चार बार से लगातार भाजपा के महापौर बन रहे हैं और अबकी बार भी सत्ताधारी पार्टी भाजपा में संभावित उम्मीदवारों की लंबी सूची है। महापौर की महिला सीट होने के नाते निवर्तमान महापौर प्रमिला पाण्डेय, आरएसएस में अच्छी पकड़ रखने वाली नीतू सिंह के अलावा पार्टी में सक्रिय पूनम कपूर, कमलावती सिंह, अनीता गुप्ता, रीता शास्त्री, अनीता चतुर्वेदी, मनीषा वाजपेयी, सरोज सिंह आदि का नाम संभावित उम्मीदवार के रूप में प्रमुखता से उभर रहा है। यह सभी सवर्ण कोटे से आने वाली महिलाएं हैं। लेकिन पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए अन्य पिछड़ा वर्ग पर भी विचार कर रही है। इसी के चलते दक्षिण जिलाध्यक्ष डाॅ. वीना आर्या पटेल और सीमा सचान के नामों पर भी मंथन तेज हो गया है।
यही हाल समाजवादी पार्टी में भी है। हालांकि कानपुर महापौर के लिए सपा की राजनीतिक पिच अभी तक बहुत अच्छी नहीं मानी जाती। लेकिन राजनीति संभावनाओं का खेल है और सपा अबकी बार अन्य पिछड़ा वर्ग से उम्मीदवार देने का मन बना रही है और पूर्व मंत्री मनोहर की बहू अंजलि वर्मा का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है। इसी तरह बसपा में अर्चना निषाद का नाम चल रहा है। बसपा मुस्लिम कार्ड भी खेल सकती है बशर्ते कि अच्छा उम्मीदवार मिल जाए।
अजय सिंह