कानपुर देहात में 12 दिन बाद अपहृत व्यापारी का शव कुएं में मिला
– परिवार का आरोप पुलिस की लापरवाही से हुई व्यापारी की मौत
कानपुर देहात। कानपुर नगर में लैब टेक्नीशियन संजीत यादव अपरहण के बाद हत्या का मामला अभी पूरी तरह से ठंडा पड़ा भी नही था। वहीं, कानपुर देहात के भोगनीपुर के गांव चौरा से अपरहण किये गए व्यापारी का शव 12 दिन बाद मंगलवार को देवराहट थानाक्षेत्र स्थित कुएं में पुलिस को मिला।
भोगनीपुर थानाक्षेत्र में 15 जुलाई की देर रात को चौरा स्थित नेशनल धर्म कांटे से ब्रजेश पाल का अपरहण हो गया था। पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स ने अपहरणकर्ताओं की तलाश में 11 टीमें लगायी थी। मंगलवार की शाम को कान्हाखेड़ा गांव के एक सूखे कुएं में अपहृत बृजेश का शव मिला है। पुलिस की माने तो दोस्त ने ही उसे अगवा करके 20 लाख रुपये फिरौती मांगी थी। पुलिस ने उसके दोस्त को पकड़ा, जिसके बाद उसकी निशानदेही पर हत्याकर शव कुएं में फेंके जाने की जानकारी मिली। कुएं से बरामद शव की शिनाख्त भाई राजेश और चचेरे भाईयों ने बृजेश के रूप की है।
भाई राजेश और उनके परिवार का आरोप है कि पुलिस लगातार लापरवाही बरतती रही, जिसकी वजह से उनके भाई की हत्या कर दी गयी। वहीं इस मामले में पुलिस ने अभी तक हत्या क्यों की गई इसका खुलासा नहीं किया।
हो सकती है बड़ी कार्रवाई
संजीत अपहरण व हत्याकांड की घटना के बाद भी कानपुर देहात पुलिस की लापरवाही बादस्तूर जारी रही। भाई राजेश का आरोप है कि पुलिस वालों ने परिवार से भी मारपीट की। यहां के एसपी सिर्फ कार्रवाई का हवाला देते रहते थे, लेकिन उनके भाई को तलाश करने में पुलिस पूरी तरह से नाकाम रही। पुलिस की लापरवाही की वजह से उनके भाई की हत्या हुई है। वहीं, इस मामले में शासन जल्द ही कोई ठोस कदम उठा सकता हैं।