कांग्रेस में फूट और दिग्गज नेताओं के पार्टी छोड़ने पर बोले सलमान खुर्शीद, घर गृहस्थी की बात
वाराणसी (हि.स.)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने पंजाब कांग्रेस में छिड़े रार और वाराणसी में पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी के पद से इस्तीफा देने को घर गृहस्थी का विवाद बताया है। उन्होंने कहा कि हर घर में झगड़े होते हैं,उनको बैठकर सुलझाया जाता है। भरोसा जताया कि पार्टी नेतृत्व भी इन हालात का समाधान ढूढ़ लेगा।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री विधानसभा चुनाव 2022 में पार्टी के घोषणा पत्र के लिए समाज की ‘रायशुमारी’ लेने के बाद पराड़कर भवन में मीडिया से रूबरू थे। उन्होंने पार्टी के अंदरूनी संकट और कलह पर भाजपा नेताओं के जुबानी हमले पर पलटवार करते हुए कहा कि पहले भाजपा अपने दरारों को भरे। मलहम लगाने से काम नहीं चल सकता। भाजपा में भी व्यापक अंसतोष है। मड़िहान मिर्जापुर के पूर्व विधायक ललितेशपति के इस्तीफे से जुड़े सवालों के बौछार पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि मान लीजिये शरीर अभी स्वस्थ है। बाद में बीमार हो गया, कोविड और पोस्ट कोविड हो गया। फिर शरीर इलाज के बाद स्वस्थ हो जाता है। ऐसा ही उनके साथ है, जल्दी स्वस्थ हो जायेंगे। परिवार और पार्टी में नोक-झोक होते रहते हैं। कहीं न कहीं मतभेद उभर कर सामने आ ही जाते हैं।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि यूपी में पार्टी प्रियंका गांधी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी। उनसे बेहतर नेतृत्व पार्टी को नहीं मिल सकता। उनकी कार्यशैली, संघर्ष लोगों में व्यापक परिवर्तन लायेगी। विधानसभा चुनाव में किस पार्टी से गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी तो हम पूरे प्रदेश में अकेले ही दौरा कर रहे हैं। 2024 के लिए विभिन्न दलों से संवाद और बातचीत चल रही है। भाजपा के प्रबुद्ध सम्मेलन में केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर जमीन हड़पने के आरोप से जुड़े सवाल पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि अभी भी उन्हें चुनाव जीतने के बाद इसे साबित करना पड़ रहा है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने उनकी तुलना कालजयी फिल्म ‘शोले’ के एक दृष्य से की।
पार्टी के घोषणा पत्र से जुड़े सवाल पर उन्होंने बताया कि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें यूपी का घोषणा पत्र बनाने की जिम्मेदारी दी है। जिसके लिए प्रदेश भर का दौरा कर कर रहे हैं। अलग-अलग समुदाय के लोगों से बात कर रहे हैं। वाराणसी में खिलाड़ियों, बुनकरों, व्यापारियों, आम नागरिकों से संवाद किया है। उनकी समस्याओं को पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करेंगे। वार्ता में वाराणसी के पूर्व सांसद डॉ राजेश मिश्र,पूर्व विधायक अजय राय, जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल, महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, कमलेश ओझा आदि नेता भी मौजूद रहे।