ओलंपिक में पदक की मनौती पूरी, खिलाड़ी ललित ने बाबा विश्वनाथ के दरबार में टेका मत्था

वाराणसी (हि.स.)। टोक्यो ओलंपिक में पदक की मनौती पूरी होने पर बुधवार को भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी ललित उपाध्याय ने काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दरबार में विधिवत दर्शन पूजन जलाभिषेक कर ललित ने बाबा से देश और भारतीय हॉकी टीम पर कृपा बनाये रखने का आशीष मांगा।

दर्शन पूजन के बाद ज्ञानवापी क्रासिंग पर ललित मीडिया से भी रूबरू हुए। ललित ने बताया कि टोक्यो ओलंपिक जाने से पहले ही उन्होंने बाबा विश्वनाथ से पदक के लिए प्रार्थना (मनौती) किया था। ललित ने मन ही मन कहा था कि ओलंपिक से लौटते ही घर जाने के बजाय पहले बाबा विश्वनाथ की चौखट पर मत्था टेकूंगा। इसलिए आज शहर में आने के बाद बाबा का आशीर्वाद लिया। उनकी कृपा से टीम ने 41 साल बाद पदक जीता है।

उन्होंने कहा कि भारतीय हॉकी टीम ने ओलम्पिक में यह साबित कर दिया है कि हॉकी एक बार फिर बुलंदियों पर जायेगी। ललित ने वाराणसी के सांसद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी आभार जताया। ललित ने कहा कि प्रधानमंत्री ने काशी के विकास के साथ ही साथ हॉकी का सम्मान किया हैं। प्रधानमंत्री ने देश के सबसे बड़े खेल पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद पर रख खिलाड़ियों को सम्मान दिया है। इसके पहले ललित ने वाराणसी आने के पहले ट्वीट कर सूचना दी थी कि वाराणसी आ रहे हैं। बाबतपुर एयरपोर्ट पर एयरपोर्ट अथॉरिटी के अफसरों ने भी ललित का सम्मान कर उन्हें बधाई दी।

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