ऑनलाइन रोजगार संगम में बोले योगी, नौकरी देने वाला बन रहा उप्र का युवा

 स्वावलंबी उप्र से साकार होगा आत्मनिर्भर भारत का सपना
– 31 हजार 542 एमएसएमई इकाइयों दिया 2505.58 करोड़ ऋण व टूल-किट उपहार

– 09 जनपदों में सामान्य सुविधा केंद्रों (सीएफसी) का सीएम ने किया शिलान्यास

– ई-सेवा पोर्टल पर योजना की ऑनलाइन प्रक्रिया का शुभारंभ
लखनऊ (हि.स)। महामारी का दौर थमने की आहट के साथ ही योगी सरकार ने एक बार फिर रोजगार-स्वरोजगार के कार्यों को तेजी देनी शुरू कर दी है। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक साथ 31 हजार 542 सूक्ष्म, छोटे और मंझोले उद्योगों को विस्तार के लिए 2505.58 करोड़ का ऋण दिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि नौकरी के पीछे भागना छोड़, उत्तर प्रदेश का युवा नौकरी देने वाला बन रहा है। उन्होंने कहा कि स्वावलंबी उप्र से ही आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार होगा। 
05-कालिदास मार्ग आवास पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने एक जनपद-एक उत्पाद योजना के तहत चिन्हित उत्पादों के उत्पादन से लेकर विपणन तक की सभी जरूरतों में मदद के लिए विशेष पोर्टल की शुरुआत करते हुए 09 जिलों में कॉमन फैसिलिटी सेंटर की आधारशिला भी रखी। ऑनलाइन स्वरोजगार संगम के इस खास मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ऐसे ही ऋण मेले अगले एक माह में सभी 75 जिलों में आयोजित किए जाने चाहिए।
प्रदेश के विकास में एमएसएमई इकाइयों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, एक जनपद-एक उत्पाद जैसी योजनाओं ने युवाओं को बड़ा सहारा दिया है। स्वरोजगार के कार्यक्रमों में महिलाओं-बेटियों ने खूब उत्साह दिखाया है। प्रधानमंत्री जी ने जिस आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना की है, युवाओं की यही सोच, ऐसे प्रयास ही उसका आधार हैं। 
योगी ने कहा कि बीते वर्ष भी कोविड काल में करीब 34 हजार एमएसएमई इकाइयों को वित्तीय सहायता दी गई थी, तो कोविड की दूसरी लहर के नियंत्रण में आते ही फिर से उद्योगों को ऋण उपलब्ध कराने का कार्यक्रम हो रहा है। मुख्यमंत्री ने एमएसएमई विभाग के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल सहित पूरी विभागीय टीम के साथ-साथ स्टेट लेवल बैंकर्स कमेटी के सहयोग को भी सराहा। सीएम ने जनपदीय अधिकारियों को जिला स्तरीय बैंकर्स कमेटी के साथ समन्वय बनाकर युवाओं को स्वरोजगार के लिए वित्तीय संसाधन मुहैया कराने के भी निर्देश दिए। 
विश्वकर्माओं को मिला टूल-किट का उपहार
मुख्यमंत्री ने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजनांतर्गत कविता साहू और मंजू कश्यप को सिलाई, राहुल को बढ़ई, अमित कुमार को सुनार तथा रिजवान को नाई से जुड़े व्यवसाय के लिए जरूरी टूल-किट का उपहार भी दिया। 
उत्पादन से मार्केटिंग तब सबके लिए मिलेगी मदद
मुख्यमंत्री योगी ने गाजियाबाद, मैनपुरी, मऊ, मीरजापुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, आगरा, मुरादाबाद और भदोही में प्रस्तावित कॉमन फैसिलिटी सेंटर का शिलान्यास किया। 79 करोड़ 54 लाख के खर्च से तैयार होने वाले इन केंद्रों पर उद्यमियों को ओडीओपी योजनांतर्गत जनपद के चिन्हित उत्पादों के उत्पादन से लेकर विपणन तक के समस्त अवयवों जैसे कच्चा माल, डिजाइन, उत्पादन प्रक्रिया, गुणवत्ता सुधार, अनुसंधान एवं विकास, पर्यावरण एवं ऊर्जा संरक्षण तथा पैकेजिंग आदि की सुविधाएं मिल सकेंगी। इसके अलावा सीएम ने https://diupmsme.upsdc.gov.in/en पोर्टल का भी शुभारम्भ किया।
विश्व में हो ओडीओपी की चर्चा : सिद्धार्थ नाथ
एमएसएमई विभाग के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि बीते चार वर्षों में प्रदेश के एमएसएमई सेक्टर ने बड़ी ऊंचाइयां हासिल की हैं। सरकार ने परम्पपरम्परागत शिल्प, उद्योगों को विकास के लिए बड़ा सम्बल दिया है। 
बिजनेस के लिए मिले पैसे तो खिल उठे चेहरे, लाभार्थी बोले थैंक्यू योगी जी
वाराणसी के मन्दाकिनी प्रकाश को वॉशिंग पॉउडर बनाने के लिए जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केन्द्र के जरिए मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत 10 लाख का ऋण मिला तो उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की आभारी हूं।
ललितपुर के आकाश जैन कहा कि ऑटो रिपेयरिंग क्षेत्र में छोटे स्तर से मैंने काम शुरू किया। मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत 10 लाख का ऋण मिला तो अब मेरे ऑटो रिपेयरिंग बिजनेस को पंख लगेंगे। 

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