ऑक्सिजन की आपूर्ति के लिए प्लान्ट का कार्य प्राथमिकता पर प्रारम्भ करायें : प्रमुख सचिव
बांदा(हि.स.)। ऑक्सिजन की आपूर्ति लगातार बनायी रखी जाए, जिससे मरीजों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो तथा ऑक्सिजन प्लान्ट का कार्य प्राथमिकता पर प्रारम्भ कराया जाए और कोविड-19 मरीजों के सम्पर्क में आए व्यक्तियों की कान्ट्रैक्ट ट्रेसिंग सर्वोच्च प्राथमिकता पर कराकर उनके टेस्ट शीघ्र करायें जाएं, जिससे कोविड-19 के संक्रमण को रोका जा सके।
प्रमुख सचिव नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति उ.प्र. शासन व बांदा जनपद के नोडल अधिकारी अनुराग श्रीवास्तव ने मंगलवार को उपरोक्त निर्देश सर्किट हाउस सभागार में समीक्षा बैठक में दिये।
प्रमुख सचिव ने कहा कि जनपद में एम.आर.आई. सेन्टर को क्रियाशील कराने तथा मेडिकल काॅलेज में सी.टी. स्कैन उपलब्ध कराने के लिए उनके स्तर से प्रयास किया जायेगा, जिससे चित्रकूटधाम मण्डल के मरीजों को कठिनाई न हो। उन्होंने प्रधानाचार्य मेडिकल काॅलेज को निर्देश दिये कि आर.टी.सी.टी. प्रयोगशाला को शीघ्र ठीक कराया जाए तथा शासन से उपलब्ध कराये गए 40 वेन्टीलेटर को भी शीघ्र क्रियाशील कराया जाए। आवश्यक सेवाओं से जुड़े हुए अधिकारियों व कर्मचारियों को आइबरटिन उपलब्ध करायी जाए जिससे वे यथा सम्भव कोविड संक्रमण से बच सकें।
उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये कि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों से प्रतिदिन फीड बैक लिया जाए तथा यदि किसी मरीज का स्वास्थ्य खराब हो रहा तो उसे अस्पताल में शीघ्र भर्ती कराया जाए।
उन्होंने कहा कि महिला अस्पताल में आने वाले सभी मरीजों का एन्टीजन टेस्ट कराया जाए। प्रमुख सचिव ने बैठक के उपरान्त आवास विकास कालोनी स्थित कन्टेनमेन्ट जोन तथा जिला अस्पताल स्थित कोविड अस्पताल का निरीक्षण किया।
उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये कि कोविड से प्रभावित मरीजों को अन्य रोगियों से अलग रखा जाए। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों तथा मेडिकल काॅलेज में भर्ती रोगियों से फोन पर वार्ता कर उनको प्राप्त चिकित्सा सुविधाओं की जानकारी की।
प्रमुख सचिव ने महिला समूहों को क्रेडिट कैम्प में 2.1 करोड़ रूपये का ऋण वितरित किया। उन्होंने महिला समूहों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे ऋण का उपयोग अपने उद्योग को आगे बढ़ाने में करें जिससे उनके समूह की सदस्यों की आमदनी बढ़ सकेगी।
जिलाधिकारी आनंद कुमार सिंह ने प्रमुख सचिव को जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में 44 कन्टेनमेन्ट जोन है तथा सैम्पल कलेक्शन यूनिट लगातार कार्य कर रही है तथा अब तक 94 हजार सैम्पल लिये जा चुके हैं।
बैठक में पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीणा, मुख्य विकास अधिकारी हरिश्चन्द्र वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. एन.डी.शर्मा, नगर मजिस्ट्रेट सुरेन्द्र सिंह, प्रधानाचार्य मेडिकल काॅलेज डाॅ. मुकेश यादव, उपायुक्त एन.आर.एल.एम. के.के. पाण्डेय तथा सभी तहसीलों के उप जिलाधिकरी एवं सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।