एलडीए की स्मारक समिति के स्थानान्तरित कर्मचारी की बढ़ी मुश्किलें
लखनऊ(हि.स.)। लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) के स्मारक, संग्रहालय, पार्क उपवन प्रबंधन, सुरक्षा व अनुरक्षण समिति से जुड़े प्रदर्शनकारी कर्मचारियों के स्थानान्तरित किये जाने के बाद भी वे नोएडा नहीं गये। जिसके बाद कुछ कर्मचारियों ने एलडीए के उपाध्यक्ष, सचिव को पत्र लिखकर माफीनामा दिया। फिलहाल स्थानान्तरित कर्मचारियों के नये स्थान पर कार्यभार नहीं लेने पर उनकी मुश्किलें बढ़ी हैं और उनके विरुद्ध कार्यवाही की तैयारी हो रही है।
एलडीए के उपाध्यक्ष डा. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने स्मारक समिति के प्रदर्शनकारी कर्मचारियों पर कहा कि उनके विरुद्ध निलम्बन की कार्यवाही हुई है और आधा वेतन तक रोक दिया गया है। ये कर्मचारी स्मारक समिति से जुड़े हैं और पिछले दिनों उग्र प्रदर्शन कर रहे थे। निलम्बन के दौरान प्रदर्शनकारी कर्मचारियों को दूसरे कार्य स्थल पर स्थानान्तरण किया गया है। फिर भी इसमें से कई कर्मचारी अभी भी लखनऊ में ही टहल रहे हैं।
एलडीए के निलम्बित कर्मचारी वी.के.गुप्ता ने बताया कि केन्द्र से आने वाले भविष्य निधि की राशि के लिए प्रदर्शन किया जा रहा था। उस दौरान शुरु में वह शामिल हुए, लेकिन बाद में उन्हें दूसरे कार्य में लगा दिया गया। दूसरे कार्य में रहते हुए उन्हें जानकारी हुई कि प्रदर्शन करने के आरोप में वह निलम्बित हो गये हैं।
उन्होंने बताया कि निलम्बन के बाद वह पहले स्मारक समिति के अधिकारियों के पास गये और बाद में उपाध्यक्ष डा.इन्द्रमणि से मिलकर अपनी बातों को बताया। वह प्रदर्शन में नहीं थे। फिर भी उनका निलम्बन हुआ। आधा वेतन काटने की बात हुई लेकिन उनका पूरा वेतन ही नहीं आ रहा है। नोएडा स्थित उपवन में उनका स्थानान्तरण किया गया है, वे अपनी बातों को अधिकारियों के समक्ष रख रहे हैं, बताया वह नोएडा जाने की स्थिति में नहीं है।
इसी तरह कुछ और निलम्बित कर्मचारियों ने कहा कि वर्तमान समय में स्मारक समिति के अधिकारी कुछ सुनने को तैयार नहीं है। अधिकारी नहीं सुन रहे हैं तो वे भी स्थानान्तरण वाले क्षेत्र को नहीं जा रहे है। प्रदर्शन के दौरान उनके नाम सामने आने पर वेतन रोका गया, जिसे पहले बहाल करेंगे, तभी कर्मचारी कोई निर्णय करेगा।
शरद/राजेश