एनआईए ने खालिस्तान टाइगर फोर्स (बीकेआई) में भर्ती और हथियारों की तस्करी मामले में पहला पूरक आरोप पत्र दाखिल किया

नई दिल्ली (हि.स.)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने नई दिल्ली में विशेष एनआईए अदालत के समक्ष पहला पूरक आरोप-पत्र दायर किया है। आरोपपत्र में नामित आरोपित अमृतपाल सिंह उर्फ अम्मी, अमरीक सिंह (फिलीपींस से निर्वासित), जस्सा सिंह और गगनदीप सिंह उर्फ मीठी का नाम शामिल है। यह आरोप पत्र शुक्रवार को दायर किया गया।

आरोपितों ने अर्श डाला के इशारे पर एक बड़ी साजिश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसका मुख्य उद्देश्य भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (बीकेआई) लिए धन जुटाना था। इससे पहले एनआईए ने 22 जून, 2023 को इस मामले में 9 आरोपित व्यक्तियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। केटीएफ आतंकवादी संगठन के 12 अन्य सदस्य और बीकेआई और केटीएफ से जुड़े उनके सहयोगी इस आतंकी साजिश में उनकी भूमिका और भागीदारी के लिए जांच के दायरे में हैं।

आरोप है कि कनाडा स्थित अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला ने आरोपित मनप्रीत सिंह उर्फ पीटा के साथ मिलकर अमृतपाल सिंह उर्फ अम्मी, अमरीक सिंह, जस्सा सिंह और गगनदीप सिंह उर्फ मीठी को अपने आतंकवादी गिरोह में शामिल किया था। अमृतपाल सिंह उर्फ अम्मी और अमरीक सिंह अर्श डाला के नेतृत्व वाले आतंकवादी गिरोह में युवाओं को शामिल करने में सक्रिय रूप से लगे हुए थे।

उनकी गतिविधियां पाकिस्तान से हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी के साथ-साथ जबरन वसूली और उसके बाद आतंकवादी गतिविधियों के लिए जबरन वसूली की आय को चैनलाइज़ करने तक फैली हुई थीं। जांच के दौरान एनआईए ने अमृतपाल सिंह उर्फ अम्मी और अमरीक सिंह को फिलीपींस से सफलतापूर्वक निर्वासित कर दिया। यह फिलीपींस से गतिविधियों का संचालन कर रहा था।

बिरंचि सिंह/दधिबल

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