उप्र के 22 ज़िलों में नल कनेक्शन देने का आँकड़ा 50 फ़ीसदी के पार
-बुंदेलखंड के बाद अब प्रदेश के दो दर्जन ज़िलों में योजना ने पकड़ी रफ़्तार
-प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र वाराणसी और मुख्यमंत्री का गृह जनपद गोरखपुर भी इनमें शामिल
-बुंदेलखंड के सभी जिले और मिर्जापुर ने भी 50 प्रतिशत से अधिक नल कनेक्शन दिये
-बचे 53 जिलों में भी तेज गति से पूरे किये जा रहे ग्रामीणों को हर घर जल पहुंचाने के कार्य
-महोबा जिला 84.65 प्रतिशत नल कनेक्शन पहुंचाने वाले जिलों में सबसे ऊपर है
-ललितपुर 73.03 दूसरे और बागपत तीसरे स्थान पर
लखनऊ (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने नए वित्तीय वर्ष की शुरूआत के साथ ही 22 जिलों में 50 प्रतिशत से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल से जल पहुंचाकर नई उपलब्धि अपने नाम की है। इन जिलों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर समेत बुंदेलखंड के सातों जिले और विंध्य क्षेत्र का मिर्जापुर जिला भी शामिल है।
सरकार की मंशा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना से प्रत्येक ग्रामीण तक नल से जल पहुंचाने की है। इस मुहिम में उत्तर प्रदेश में मंगलवार तक 99,16,379 परिवारों को नल से जल पहुंचाने का काम पूरा कर लिया है। सरकार का लक्ष्य 2024 तक 2,65,46,370 ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन देना है। लक्ष्य की प्राप्ति के लिए नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग बचे हुए 53 जिलों में भी तेज गति से ग्रामीणों को हर घर जल पहुंचाने के कार्य को पूरा करा रहा है।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि ग्रामीणों को घर-घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने में लगातार नए आयाम गढ़ रहे उत्तर प्रदेश ने देश में जहां सर्वाधिक नल कनेक्शन देने वाले राज्यों में तीसरे पायदान पर अपना स्थान बनाया है। वहीं प्रदेश के 22 जिलों ने तेज गति से कार्य को पूरा कराते हुए आधे से अधिक लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी में (50.79 प्रतिशत) और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर (58.57 प्रतिशत) ग्रामीणों को हर घर जल मिलने लगा है।
महोबा जिला सबसे ऊपर, ललितपुर व बागपत क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर
प्रवक्ता ने बताया कि बुंदेलखंड का महोबा जिला 84.65 प्रतिशत से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन पहुंचाने वाले जिलों में सबसे ऊपर है। 1,33,529 में से 1,13,034 परिवारों तक यहां हर घर जल पहुंचा दिया गया है। उसके नीचे बुंदेलखंड़ के ललितपुर जिले ने स्थान बनाया है, जिले में हर घर जल देने का 73.03 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। बागपत में जहां 72.37 प्रतिशत और विंध्य के मिर्जापुर ने 71.84 प्रतिशत नल कनेक्शन देकर तीसरे और चौथे स्थान पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
50 प्रतिशत से अधिक नल कनेक्शन देने में बुंदेलखंड के सातों जिले शामिल हैं। झांसी में 71.21 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। सर्वाधिक नल कनेक्शन देने वाले जिलों में पांचवें स्थान पर चित्रकूट (67.33 प्रतिशत) है वहीं छठे स्थान पर तेज गति से कार्य को पूरा कराते हुए बांदा (64.82 प्रतिशत) पहुंच गया है।
इन जिलों में भी 50 से अधिक नल कनेक्शन
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार मेरठ (63.12 प्रतिशत), हापुड़ (62.29 प्रतिशत), शामली (62.03 प्रतिशत), देवरिया (61.53 प्रतिशत), जालौन (61.01 प्रतिशत), गोरखपुर (58.57 प्रतिशत), हमीरपुर (58.32 प्रतिशत), गाजियाबाद (57.41 प्रतिशत), पीलीभीत (57.27 प्रतिशत), गौतम बुद्ध नगर (55.69 प्रतिशत), शाहजहांपुर (54.97 प्रतिशत), कन्नौज (52.51 प्रतिशत), बुलंदशहर (52.46 प्रतिशत), वाराणसी (50.79 प्रतिशत) और बरेली (50.61 प्रतिशत) में भी ग्रामीण परिवारों को 50 प्रतिशत से अधिक नल कनेक्शन देने का काम पूरा कर लिया गया है।
पीएन द्विवेदी