उदयाचंल सूर्य को अर्घ्य देकर महिलाओं ने तोड़ा व्रत

लखनपुरी के निशातगंज, झूलेलाल वाटिका, हनुमान मंदिर घाट, कुड़िया घाट पर महिलाओं ने दिया सूर्य को अर्घ्य

लखनऊ(हि.स.)। उदय होते सूर्य को अर्घ्य देकर लोक आस्था के पर्व छठ को रख रही महिलाओें ने अपना व्रत पूर्ण किया। 8 नवम्बर को नहाए-खाए से शुरू हुआ व्रत गुरूवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पूर्ण हो गया। महिलाओें ने व्रत का पारण किया।

राजधानी लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में छठ पर्व की धूम रही। छठ माई की भक्ति में पूरा शहर डूबा रहा। गुरूवार की भोर मे ही यहां की सड़कोे ंपर व्रती महिलाओं और सिर पर डाला रखे पुरूषों के कदम नदी घाट की ओर बढै चले जा रहे थे। भोर की शीतल मंद हवा में छठ माई के गीत भी हवा मे तैर रहे थे। भक्ति का बड़ा ही मनोरम वातावरण बना हुआ था।

गोमती नदी के निशातगंज स्थित छठ घाट, हनुमान मंदिर घाट, झूलेलाल वाटिका घाट, उधर पुराने शहर के कु़िड़या घाट पर भक्तों का मेला लगा हुआ था। घाटों पर ईख के मंडप से बनाई गई पूजा की वेदी पर असंख्य दीप प्रज्जवलित हो रहे थे। सैकड़ों की संख्या में महिलाएं श्रृंगार किए पूजा कर रही थीं । बहुत सी महिलाओं ने अपने घरों में कंुड बनाकर पूजा की। कुकरैल पूल के पास भी पूजा हो रही थी।

पूरा परिवार सास, बहुएं सब पूजा कर रही थी। साथ में परिवार के पुरूष पूजा में सहयोग कर रहे । सुपेली में फल, पकवान लिए नदी के पानी तक पहुंचा रहे थें। घाट पर छठ माई के गीत बज रहे थें निशातगंज के छठ घाट पर तो लोक कलाकार माई की गीत गा रहे थे। भक्तों ने सूर्य को अर्घ्य व्रत भगवान भाष्कर और छठ माई का आशीर्वाद लिया।

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