आरएसएस की अभा कार्यकारी मंडल के पूर्वी उप्र क्षेत्र की बैठक प्रयागराज में 22 व 23 को

-संघ प्रमुख मोहन भागवत समेत कई केंद्रीय पदाधिकारी होंगे शामिल

-बैठक में काशी, अवध, कानपुर और गोरक्ष प्रांत के पदाधिकारी रहेंगे उपस्थित
प्रयागराज (हि.स.)। तीर्थराज प्रयाग में 22 व 23 नवम्बर को  राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक होने जा रही है। इस बैठक में इसमें सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत और सरकार्यवाह सुरेश भैया जी जोशी भी शामिल होंगे। 
आरएसएस के प्रांत प्रचार प्रमुख डॉ. मुरारजी त्रिपाठी ने शनिवार को यहां बताया कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की कार्य पद्धति में प्रतिवर्ष दीपावली के समीप संघ अपने अखिल भारतीय कार्यकारी की बैठक नियमित रुप से करता है। इस बैठक में अपने नित्य प्रति चल रहे कार्यों की समीक्षा व आगामी कार्यों की योजना तैयार करता है। इस बैठक में क्षेत्र और प्रांत संघचालक, कार्यवाह, प्रचारक और अखिल भारतीय दायित्व वाले पदाधिकारी समेत लगभग 350 कार्यकर्ता उपस्थित रहते हैं। लेकिन, कोरोना संकट के कारण संघ ने इस वर्ष इस बैठक को राष्ट्रीय स्तर पर न करके क्षेत्र अनुसार आयोजित करने की योजना बनाई है। इसके लिए पूरे देश को 11 क्षेत्रों में बांटा गया है। इसी क्रम में 18 और 19 नवम्बर को गाजियाबाद में पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्षेत्र की बैठक आयोजित हुई।
प्रयागराज में 22 व 23 नवम्बर को होने वाली बैठक पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र की है, जो शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर गौहनिया के वशिष्ठ वात्सल्य स्कूल में प्रस्तावित है। इसमें काशी, अवध, कानपुर और गोरक्ष प्रांत के पदाधिकारी शामिल होंगे।  
सेवा कार्यों और समरसता पर होगी चर्चा  डॉ. मुरारजी त्रिपाठी ने बताया कि इस दो दिवसीय बैठक में कोविड-19 में स्वयंसेवकों द्वारा किये गये सेवा कार्यों की चर्चा व समीक्षा होगी। साथ ही कोविड-19 से प्रभावित जन जीवन के साथ कुटुम्ब प्रबोधन, समरसता, पर्यावरण स्वावलम्बन आदि समयामयिक विषयों पर भी चर्चा होने की संभावना है। संघ से जुड़े सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बैठक में अयोध्या में निमार्णाधीन श्रीराम मंदिर को लेकर उसके व्यापक प्रचार प्रसार पर भी रणनीति बनाई जा सकती है।  

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