अयोध्या के साथ सोमनाथ पर भी फोकस 20 अगस्त को पीएम मोदी देंगे कई तोहफे

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोकस राम अयोध्या में जन्मभूमि के साथ-साथ सोमनाथ मंदिर पर भी है। पीएम मोदी 20 अगस्त को गुजरात के प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर से जुड़ी कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सोमनाथ समुद्र दर्शन पैदल पथ, सोमनाथ प्रदर्शनी केंद्र और नवीनकृत अहिल्याबाई होलकर मंदिर का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा वह श्री पार्वती मंदिर की आधारशिला भी रखेंगे। अहिल्याबाई होलकर पुराने सोमनाथ मंदिर के नाम से जाना जाता है और यह मुख्य मंदिर के विपरीत दिशा में स्थित है। इसके नवीनीकरण पर 3.5 करोड़ रुपए की लागत आई है। लगभग एक किलोमीटर लंबा समुद्र दर्शन पैदल पथ के निर्माण पर करीब 47 करोड़ रुपए लागत आई है। सोमनाथ प्रदर्शनी केंद्र सोमनाथ मंदिर के परिसर में स्थित पर्यटक सुविधा केंद्र के निकट बना है। इस प्रदर्शनी केंद्र में पुराने सोमनाथ मंदिर के टूटे-फूटे हिस्सों को प्रदर्शनी के लिए रखा गया है। बता दें कि पीएम मोदी श्री सोमनाथ ट्रस्ट (एसकेटी) के अध्यक्ष भी हैं, जो धार्मिक ट्रस्ट है और सोमनाथ मंदिर परिसर का प्रबंधन और रखरखाव करता है। सोमनाथ मंदिर की गिनती देश में हिंदुओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण पूजा स्थलों में होती है। प्रधानमंत्री मोदी गिर-सोमनाथ जिले के प्रभास पाटन शहर में स्थित सोमनाथ मंदिर न्यास के अध्यक्ष हैं। इस उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम का आयोजन मंदिर परिसर के राम मंदिर सभागार में 20 अगस्त को होगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुडेंगे। वह भी न्यास के न्यासी हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस दौरान सभागार में मौजूद रहेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष और एसकेटी के एक ट्रस्टी ने दिसंबर, 2018 में समुद्र दर्शन पैदल पथ की आधारशिला रखी थी। यह मंदिर के बगल में सागर दर्शन गेस्ट हाउस से शुरू होता है और त्रिवेणी संगम पर समाप्त होता है। तीर्थयात्रा सुविधाओं को जोड़ने के साथ-साथ तट के कटाव को रोकने के उद्देश्य से इसका निर्माण किया गया है। पुराने (जूना) सोमनाथ के मंदिर परिसर को सोमनाथ ट्रस्ट द्वारा 3.5 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्निर्मित किया गया था। इस मंदिर को अहिल्याबाई मंदिर के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि इसे इंदौर की रानी अहिल्याबाई ने बनवाया था। उन्होंने पुराने मंदिर को एक खंडहर में पाया था। वहीं, श्री पार्वती मंदिर के निर्माण के लिए 30 करोड़ रुपए का प्रस्ताव तैयार किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उनके डिप्टी नितिन पटेल के इस कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद है।

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