अमेरिकी मॉल में गोलीबारी में मारी गई भारतीय इंजीनियर का शव भारत भेजने की तैयारी

ह्यूस्टन (हि.स.)। अमेरिका के ह्यूस्टन स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कहा कि वह शनिवार को टेक्सास के मॉल में हुई गोलीबारी में जान गंवाने वाली भारतीय इंजीनियर ऐश्वर्या थतिकोंडा का पार्थिव शरीर स्वदेश ले जाने के लिए औपचारिकताएं पूरी करने में परिजनों की मदद कर रहा है। इसके साथ दूतावास ने यह भी पुष्टि की कि इस दुखद घटना में दो भारतीय घायल भी हुए हैं।

मैककिनी निवासी ऐश्वर्या (26) अपने एक दोस्त के साथ मॉल में खरीदारी कर रही थीं कि तभी डलास में ऐलेन प्रीमियम आउटलेट्स में बंदूकधारी मौरिसियो गार्सिया ने उन पर गोली चला दी।

गोलीबारी शनिवार को अपराह्न लगभग साढ़े तीन बजे हुई जब मॉल का बाहरी हिस्सा खरीदारों की भीड़ से भरा था। गोलीबारी में कम से कम आठ लोग मारे गए और हमलावर मौरिसियो गार्सिया (33) को भी पुलिस ने मार गिराया था।

भारत के तेलंगाना राज्य में रंगा रेड्डी जिला अदालत में जिला न्यायाधीश की बेटी ऐश्वर्या परफेक्ट जनरल कॉन्ट्रैक्टर्स एलएलसी में प्रोजेक्ट मैनेजर थीं। ह्यूस्टन स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ऐश्वर्या के तथा गोलीबारी में घायल दो अन्य भारतीयों के परिवार के संपर्क में है।

ह्यूस्टन में भारतीय महावाणिज्य दूत असीम महाजन ने बताया कि वे ऐश्वर्या का पार्थिव शरीर उनके परिवार के पास भेजने के लिए औपचारिकताएं पूरी करने में परिजनों की मदद कर रहे हैं।

महाजन ने कहा, गोलीबारी की इस दुखद घटना में दो अन्य भारतीय नागरिक भी घायल हुए हैं। हम स्थानीय एवं अस्पताल प्रशासन, घायलों के रिश्तेदारों और समुदाय के नेताओं के साथ लगातार संपर्क में हैं। सूत्रों के अनुसार घायलों में से एक की हालत गंभीर है।

वाणिज्य दूतावास के अधिकारी हरसंभव मदद करने के लिए डलास में मौजूद हैं।

ऐश्वर्या के सुपरवाइजर श्रीनिवास चालुवाड़ी के अनुसार, सभी उसे अच्छे व्यवहार के लिए याद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह 18 मई को 27 साल की होने पर उसका परिवार उसके लिए जन्मदिन की पार्टी की योजना बना रहा था।

तेलुगु एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका के नेता अशोक कोल्ला थतिकोंडा के पार्थिव शरीर को भारत भेजने की व्यवस्था कर रहे हैं। मारे गए अन्य लोगों में तीन साल का एक बच्चा, उसके माता पिता, एक सुरक्षा गार्ड और प्राथमिक स्कूल जाने वाली दो बहन शामिल हैं। घटना में सात अन्य लोग भी घायल हुए हैं और उनका अस्पताल में इलाज हो रहा है।

अजीत तिवारी/प्रभात

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