अब बुंदेलखंड न प्यासा रहेगा और न होगा पलायन – मुख्यमंत्री योगी

– चित्रकूट मंडल के 229 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास

बांदा (हि.स.)। महोबा और चित्रकूट में लहचूरा बांध का निरीक्षण और रसिन बांध का लोकार्पण कर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को दोपहर में चित्रकूट मंडल के मुख्यालय बांदा पहुंचे और यहां के राजकीय इंटर कॉलेज मैदान में मंडल की 229 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करने के बाद जनता को संबोधित करते हुए कहा कि अब बुंदेलखंड की जनता प्यासी नहीं रहेगी। हर घर नल और घर-घर जल परियोजना से गांव-गांव में पानी पहुंचेगा।
अन्य सरकारों ने समस्या के निदान को कुछ नहीं सोचा
उन्होंने कहा कि पहले इसी बुंदेलखंड में महिलाएं कोसों दूर से सिर पर बर्तन रखकर पानी लाती थीं, लेकिन किसी अन्य सरकार ने इस समस्या के निदान के बारे में कुछ नहीं सोचा। हमारी सरकार ने संकल्प लिया कि बुंदेलखंड को पानी की समस्या से निजात दिलाया जाएगा और इसी उद्देश्य से हर घर नल और घर घर जल परियोजना की शुरुआत बांदा जनपद के खटान पेयजल योजना के तहत की जा रही है।
ताकि पलायन न करें कोई
उन्होंने कहा कि मैं प्रशासन से आग्रह करूंगा कि इस परियोजना से यहां के बेरोजगार युवकों को जोड़ा जाए। जो पॉलिटेक्निक, आईटीआई करने वाले छात्र हैं, उन्हें काम दिया जाए। इसी जिले के इंजीनियर इसमें शामिल किये जाएं और गांव-गांव में शुरू हो रही इस परियोजना के लिए प्लंबर की ट्रेनिंग भी युवकों को दी जाए, ताकि काम के लिए कोई पलायन न करें।
जल्दी शुरू होगी हवाई यात्रा
डिफेंस कॉरिडोर की चर्चा करते हुए कहा कि बुंदेलखंड में डिफेंस कारिडोर बनने के बाद जो हथियार बनेंगे वह दुश्मन के दांत खट्टे करेंगे। उन्होंने बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इसके बन जाने से यहां के लोगों को मात्र 5 घंटे में दिल्ली पहुंचने के लिए राह आसान हो जाएगी। उन्होंने बताया कि चित्रकूट, झांसी और ललितपुर को एयरपोर्ट से जोड़कर यहां हवाई यात्रा जल्दी शुरू होगी और अब वह दिन दूर नहीं है, जब उपेक्षित बुंदेलखंड धरती का स्वर्ग बन जाएगा।
महिला समूहों की सराहना करते हुए योगी ने कहा कि बांदा जनपद के महिला समूह ने बेहतर कार्य किया है। इन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार 200 करोड़ की योजना शुरू करने जा रही है। साथ ही अब समूह की महिलाओं को राशन की दुकान संचालित करने को दी जाएंगी। 
विरोधियों ने किया समर्पण निधि का विरोध
मुख्यमंत्री ने बुंदेलखंड की धरती को पावन बताते हुए कहा कि यह वही धरती है जहां भगवान राम ने वनवास के कुछ वर्ष बिताए और इसी धरती पर महर्षि वाल्मीकि ने संस्कृत में रामायण और तुलसीदास ने रामचरितमानस की रचना की थी। श्री राम मंदिर आंदोलन के दौरान भी यह धरती पीछे नहीं रही और जब प्रधानमंत्री ने अयोध्या में मंदिर निर्माण की आधारशिला रखी तो सबसे ज्यादा खुशी इसी धरती के लोगों को हुई। विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि कुछ लोग राम मंदिर आंदोलन का विरोध करते रहे हैं और जब राम मंदिर बनने का अवसर आया और कार्यकर्ता समर्पण निधि इकट्टा करने लगे तो विरोधियों ने समर्पण निधि का भी विरोध किया।
किसानों के लिए ​चलाई जा रहीं विभिन्न योजनाएं
सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए किसान आंदोलन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि किसान आंदोलन के नाम पर कुछ लोग किसानों को गुमराह कर रहे हैं, जबकि प्रधानमंत्री द्वारा किसानों की आय दोगुनी करने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं।
जनसभा स्थल पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह, प्रभारी मंत्री लाखन सिंह, बांदा सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी, हमीरपुर सदर विधायक युवराज सिंह, पार्टी के जिला अध्यक्ष रामकेश निषाद सहित बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता पदाधिकारी व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।

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