अब बदलेगी आस्था, टिकट न मिलने से आहत दावेदारों में मचेगी भगदड़

निकाय चुनाव:अगले तीन दिन राजनीतिक दलों व दावेदारों के लिए महत्वपूर्ण

-.भाजपा व कांग्रेस में सबसे ज्यादा बगावत की आशंका

-संगठन ने बनाई बगावत को कम से कम करने की रणनीति

-अंतिम समय मे अधिकृत उम्मीदवार घोषित करने की रणनीति

गाजियाबाद (हि.स.)। नगर निकाय चुनाव में जैसे-जैसे नामांकन की तिथि नजदीक आ रही है, वैसे -वैसे महापौर से लेकर अध्यक्ष व पार्षद पद के दावेदारों के दिलों की धड़कन लगातार बढ़ रही है । जिसके चलते अब यह भी संभावना बढ़ गई है कि रातों रात दावेदारों के आस्था में बदल जाएगी और टिकट ना मिलने की स्थिति में यह दावेदार दूसरे दलों में एंट्री मारने से भी नहीं चूकेंगे। इसी संभावनाओं के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी से लेकर कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी संगठन बहुत ही फूंक- फूंक कर कदम रख रहा है। समाजवादी पार्टी को छोड़ दें तो बाकी दलों ने अभी तक अपने अपने अधिकृत उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है।

समाजवादी पार्टी ने भी केवल गाजियाबाद के महापौर प्रत्याशी पर अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया है लेकिन वह भी 5 दिन के दौरान बदल चुकी है। समाजवादी पार्टी ने पहले सपा नेता पीएन गर्ग की पत्नी नीलम गर्ग को अपना उम्मीदवार बनाया था लेकिन बुधवार को उसने उनका टिकट काटते हुए बहुजन समाज पार्टी के नेता सिकंदर यादव की पत्नी पूनम यादव को टिकट देने की घोषणा कर दी। अब इसका अंदाजा लगाया जा सकता है कि अभी आने वाले दिनों में और क्या हो सकता है। पार्टी के इस कदम से आहत सपा नेता पीएन गर्ग हालांकि अधिकृत रूप से कुछ नहीं कह रहे हैं लेकिन कहा जा रहा है कि वह अब दूसरे दलों के संपर्क में हैं। इसी तरह का माहौल कुछ आने वाले समय में भी देखने को मिल सकता है।

यही कारण है कि बगावत कम से कम हो राजनीतिक संगठन अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं कर रहे हैं। इसके उलट जिन उम्मीदवारों को टिकट कटने का अंदेशा है वह दूसरे दलों में अपनी जुगत में लगे हैं। जैसे ही उन्हें इसकी जानकारी मिले तो तत्काल दूसरे दलों में जाकर टिकट हासिल कर लें। इसकी वजह है कि हर वजह हर पार्टी को इस बार जिताऊ उम्मीदवार चाहिए। तो यह दल यह गुरेज नहीं करेंगे कि बाहर से आने वाला उम्मीदवार उनकी पार्टी का है या दूसरे का उन्हें सिर्फ रिजल्ट देने वाला प्रत्याशी चाहिए।

लगभग यही स्थिति कांग्रेस की भी है। कांग्रेस में भी अभी तक किसी के नाम की घोषणा नहीं हुई है। कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष लोकेश चौधरी कहते हैं कि तीन नामों का पैनल लखनऊ भेज दिया गया है और वहीं से नाम फाइनल होने हैं ।

समाजवादी पार्टी की स्थिति भी यही है जिलाध्यक्ष राशिद अली का कहना है कि दावेदारों के नामों पर मंथन चल रहा है और जिताऊ दावेदार को ही पार्टी अपना उम्मीदवार बनाएगी। वही बहुजन समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष वीरेंद्र जाटव कहते हैं कि पार्टी इस चुनाव को बहुत गंभीरता से ले रही है। पार्टी अब अगले एक-दो दिन में दावेदारों के नाम की घोषणा कर देगी। पार्टी का प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा सीटें जीते। इस लिए मैदान में जिताऊ प्रत्याशी लगाए जाएंगे।

फरमान अली

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