अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज में एफआईआर दर्ज होने पर कार्य बहिष्कार वापस
लखनऊ (हि.स.)। लखनऊ में सेन्ट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविन्द कुमार ने कहा कि हमारे अधिवक्ता साथियों पर बर्बरता के साथ हुए लाठीचार्ज के बाद कार्य बहिष्कार का फैसला हुआ। तभी विभूतिखण्ड थाने की पुलिस ने अपने उपनिरीक्षक, सिपाहियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर ली। जिसके कारण कार्य बहिष्कार के फैसले को वापस लिया गया है। सभी अधिवक्ता अपने न्यायिक कार्य पर वापस लौट आये।
अरविन्द कुमार ने कहा कि अधिवक्ताओं को कार्य पर लौटने के लिए लिखित पत्र भी जारी किया जा रहा है। अधिवक्ता अभिषेक, अधिवक्ता मुकुल समेत सात अधिवक्ता साथियों की शिकायत पर बार अध्यक्ष के ओर से एफआईआर दर्ज करायी गयी है। जिनके ऊपर 23 फरवरी को समिट बिल्डिंग में पुलिसकर्मियों ने रेस्टोरेंट, बार को बंद कर लाठीचार्ज किया था।
उन्होंने कहा कि इस लाठीचार्ज में अधिवक्ता साथियों को गम्भीर चोट आयी थी। चोटिल होने के बाद उन्होंने अपना उपचार अस्पताल में कराया था। इसके बाद विभूतिखण्ड थाने में एफआईआर दर्ज कराने गये, जिसमें थाना पुलिस ने हिलाहवाली की। बाद में अधिवक्ताओं के दबाव में एफआईआर लिखी गयी है। हमारी मांग है कि लाठीचार्ज के दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई अवश्य किया जाये।
शरद/मोहित